रघुवीर को, प्रणाम हमारा कह देना(Raghuvir Ko Pranam Hamara Keh Dena)

ओ जाने वाले रघुवीर को,

प्रणाम हमारा कह देना

प्रणाम हमारा कह देना,

सीताराम हमारा कह देना ॥


श्री राम की माता कौशल्या,

और दशरथ धीरज धारी को,

श्री भरत की माता केकयी को,

प्रणाम हमारा कह देना ॥


श्री भरत शत्रुघ्न भैया को,

और छोटी मात सुमित्रा को,

श्री सीता जनक दुलारी को,

प्रणाम हमारा कह देना ॥


श्री हनुमान बल सुग्रीव को,

और सारी अंगद सेना को,

श्री पूरी अयोध्या नगरी को,

प्रणाम हमारा कह देना ॥


श्री राम चंद्र अवतारी को,

और लक्ष्मण धनुवा धारी को,

श्री लवकुश आज्ञाकारी को,

प्रणाम हमारा कह देना ॥


श्री बल्मीकि रामायण को,

और चारो वेद पुराणों को,

श्री गीता मात कल्याणी को,

प्रणाम हमारा कह देना ॥

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दुर्गा चालीसा पाठ

धार्मिक मान्यता है कि मासिक दुर्गाष्टमी के दिन सच्चे मन से मां दुर्गा की पूजा-अर्चना और व्रत करने से जातक की हर मनोकामना पूरी होती है। इस दिन दुर्गा चालीसा का पाठ जरूर करना चाहिए।

हे गणपति हे गणराज, आपका अभिनन्दन (Hey Ganpati Hey Ganraj Aapka Abhinandan)

हे गणपति हे गणराज,
आपका अभिनन्दन,

बड़ी मुश्किल से आई तेरे दर (Badi Mushkil Se Aai Tere Dar)

बड़ी मुश्किल से आई तेरे दर,
आस पूरी माँ कर देना मेरी,

शिव में मिलना हैं (Shiv Mein Milna Hai)

शिव में मिलना है ॥

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