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रख लाज मेरी गणपति,
अपनी शरण में लीजिए ।
कर आज मंगल गणपति,
अपनी कृपा अब कीजिए ॥
रख लाज मेरी गणपति
रख लाज मेरी गणपति
सिद्धि विनायक दुःख हरण,
संताप हारी सुख करण ।
करूँ प्रार्थना मैं नित्त प्रति,
वरदान मंगल दीजिए ॥
रख लाज मेरी गणपति,
अपनी शरण में लीजिए।
कर आज मंगल गणपति,
अपनी कृपा अब कीजिए ॥
रख लाज मेरी गणपति
तेरी दया, तेरी कृपा,
हे नाथ हम मांगे सदा ।
तेरे ध्यान में खोवे मति,
प्रणाम मम अब लीजिए ॥
रख लाज मेरी गणपति,
अपनी शरण में लीजिए ।
कर आज मंगल गणपति,
अपनी कृपा अब कीजिए ॥
रख लाज मेरी गणपति
करते प्रथम तव वंदना,
तेरा नाम है दुःख भंजना ।
करना प्रभु मेरी शुभ गति,
अब तो शरण मे लीजिए ॥
रख लाज मेरी गणपति,
अपनी शरण में लीजिए।
कर आज मंगल गणपति,
अपनी कृपा अब कीजिए ॥
रख लाज मेरी गणपति
रख लाज मेरी गणपति
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