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रक्षा करो मेरे राम(Raksha Karo Mere Ram)

रक्षा करो मेरे राम(Raksha Karo Mere Ram)

रक्षा करो मेरे राम,

रक्षा करों मेरे राम,

मन की लगी है तुमसे ही भगवन,

मन की लगी है तुमसे ही भगवन,

पूजूँ तुम सुबह शाम,

रक्षा करो मेरे राम,

रक्षा करो मेरें राम ॥


मन में यकीं है ये सदा,

छूटे ना द्वार तुम्हारा,

नाता जुड़ा तुमसे मेरा,

तुम ही हो मेरा सहारा,

प्राणो की सांसे तुमसे ही भगवन,

बिगड़े बने सारे काम,

रक्षा करो मेरें राम,

रक्षा करो मेरें राम ॥


शोभित सदा होता रहा,

रघुवर तुम्हारा ही द्वारा,

धरती गगन गूंजे सदा,

भजनों से संसार सारा,

जयकारो से गूंजे ये दुनिया,

जयकारो से गूंजे ये दुनिया,

गूंजे गगन तेरा नाम,

रक्षा करो मेरें राम,

रक्षा करो मेरें राम ॥


डूबे रवि लाली लिए,

सरयू नदी का किनारा,

चलती पवन चमके नयन,

इस पल में मन को संवारा,

इस जीवन की महकी है बगिया,

इस जीवन की महकी है बगिया,

जीवन किया तेरे नाम,

रक्षा करो मेरें राम,

रक्षा करो मेरें राम ॥


फैली किरण महके सुमन,

दीपों सा फैले उजाला,

मदिर सजे आँगन सजे,

हर्षित हुआ दिल हमारा,

मन मेरा मंदिर मूरत है तेरी,

मन मेरा मंदिर मूरत है तेरी,

ये जग बना तेरा धाम,

रक्षा करो मेरें राम,

रक्षा करो मेरें राम ॥


रक्षा करो मेरे राम,

रक्षा करों मेरे राम,

मन की लगी है तुमसे ही भगवन,

मन की लगी है तुमसे ही भगवन,

पूजूँ तुम सुबह शाम,

रक्षा करो मेरें राम,

रक्षा करो मेरें राम ॥

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होली पर गुजिया क्यों बनाई जाती है

हर घर में होली के मौके पर गुजिया बनाई और खाई जाती है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि होली पर गुजिया बनाने की परंपरा क्यों है? इसके पीछे एक दिलचस्प पौराणिक कथा और ऐतिहासिक महत्व छिपा हुआ है। तो आइए जानते हैं कि होली पर गुजिया क्यों बनाई जाती है और इसके पीछे की कहानियां क्या हैं।

होली और रंगों का अनोखा रिश्ता

होली सिर्फ रंगों का त्योहार नहीं, बल्कि ये खुशियां, प्रेम और भाईचारे का प्रतीक है। इस दिन लोग एक-दूसरे को रंग लगाते हैं और गिले-शिकवे भुलाकर त्योहार मनाते हैं। लेकिन क्या आपने ये कभी सोचा है कि होली पर रंग लगाने की परंपरा कैसे शुरू हुई? इसके पीछे एक पौराणिक कथा छिपी हुई है, जो भगवान श्रीकृष्ण और प्रह्लाद से जुड़ी है।

होली पर मां लक्ष्मी की पूजा विधि

होली का हर पल जीवन के लिए एक संदेश लेकर आता है। इस दिन मां लक्ष्मी की विशेष पूजा करने से धन संबंधी परेशानियां दूर होती हैं और जीवन में कभी भी आर्थिक तंगी नहीं आती है। इस साल होली 14 मार्च को मनाई जा रही है। 14 मार्च को शुक्रवार है। शुक्रवार को देवी लक्ष्मी का दिन माना जाता है। इस दिन वैभव लक्ष्मी व्रत भी रखा जाता है।

Chhath Puja 2025 (छठ पूजा 2025 कब है?)

भारत देश त्योहारों का देश है और यहां हर त्यौहार का अपना महत्व और पूजा विधि है। इन्हीं त्यौहारों में से एक है छठ पूजा है, जो भगवान सूर्य को समर्पित है।

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