राम कहने से तर जाएगा,
पार भव से उतर जायेगा।
उस गली होगी चर्चा तेरी,
जिस गली से गुजर जायेगा।
॥ राम कहने से तर जाएगा...॥
बड़ी मुश्किल से नर तन मिला,
कल ना जाने किधर जाएगा।
॥ राम कहने से तर जाएगा...॥
अपना दामन तो फैला ज़रा,
कोई दाता भर जाएगा।
॥ राम कहने से तर जाएगा...॥
सब कहेंगे कहानी तेरी,
जब इधर से उधर जाएगा।
॥ राम कहने से तर जाएगा...॥
याद आएगी चेतन तेरी,
काम ऐसा जो कर जाएगा।
॥ राम कहने से तर जाएगा...॥
राम कहने से तर जाएगा,
पार भव से उत्तर जायेगा।
हिंदू धर्म में, सूर्यदेव के राशि परिवर्तन करने की तिथि पर संक्रांति मनाई जाती है। सूर्य देव 14 जनवरी को राशि परिवर्तन करेंगे। इस शुभ अवसर पर मकर संक्रांति पूरे देश में धूम-धाम से मनाई जाएगी।
ज्योतिष शास्त्र में मंगल और गुरू दोनों महत्वपूर्ण ग्रह माने गए हैं। अब मकर संक्रांति के दिन दोनों ही अर्द्ध केंद्र योग बनाने वाले हैं। ये ग्रह जिन पर भी मेहरबान हो जाते हैं, उनकी किस्मत को रातों रात बदल सकते हैं।
मकर संक्रांति, हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। इस दिन गंगा में स्नान का काफी महत्व है। इस दिन महाकुंभ में स्नान किया जा सकता है।
सनातन हिंदू धर्म में सूर्य देवता से जुड़े कई प्रमुख त्योहार मनाने की परंपरा है। इन्हीं में से एक है मकर संक्रांति। शास्त्रों में मकर संक्रांति पर स्नान-ध्यान और दान करने से विशेष फल प्राप्त होता है।