राम कहने से तर जाएगा,
पार भव से उतर जायेगा।
उस गली होगी चर्चा तेरी,
जिस गली से गुजर जायेगा।
॥ राम कहने से तर जाएगा...॥
बड़ी मुश्किल से नर तन मिला,
कल ना जाने किधर जाएगा।
॥ राम कहने से तर जाएगा...॥
अपना दामन तो फैला ज़रा,
कोई दाता भर जाएगा।
॥ राम कहने से तर जाएगा...॥
सब कहेंगे कहानी तेरी,
जब इधर से उधर जाएगा।
॥ राम कहने से तर जाएगा...॥
याद आएगी चेतन तेरी,
काम ऐसा जो कर जाएगा।
॥ राम कहने से तर जाएगा...॥
राम कहने से तर जाएगा,
पार भव से उत्तर जायेगा।
भगवान कार्तिकेय को सुब्रमण्यम, कार्तिकेयन, स्कंद और मुरुगन जैसे नामों से जाना जाता है। वे शक्ति और विजय के देवता हैं। उनकी आराधना से जीवन में सुख-समृद्धि, सफलता और सभी प्रकार की बाधाओं का निवारण होता है।
मेरे हृदये करो परवेश जी,
मेरे काटो सकल कलेश जी ॥
मेरे कंठ बसो महारानी,
ना मैं जानू पूजा तेरी,
मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे
भोले बाबा जी की आँखों के तारे