नवीनतम लेख

राम को देखकर श्री जनक नंदिनी (Ram Ko Dekh Kar Shri Janak Nandini)

राम को देखकर श्री जनक-नंदिनी, राम को देखकर श्री जनक-नंदिनी,

बाग़ में जा खड़ी की खड़ी रह गयीं,

राम देखें सिया, माँ सिया राम को,

चार अँखियाँ लड़ी की लड़ी रह गयीं, 

राम को देखकर श्री जनक-नंदिनी


१) थे जनकपुर गए देखने के लिए, सारी सखियाँ झरोंखन से झाँकन लगीं,

   देखते ही नजर मिल गयी दोनों की, जो जहाँ थी खड़ी की खड़ी रह गयीं,

   राम को देखकर श्री जनक-नंदिनी


२) बोली है इक सखी राम को देखकर, रच दिए हैं विधाता ने जोड़ी सुघड़,

    पर धनुष कैसें तोड़ेंगे वारे कुंवर, मन में शंका बनी की बनी रह गयी,

    राम को देखकर श्री जनक-नंदिनी


३) बोली दूजी सखी छोटे देखन में हैं, पर चमत्कार इनका नहीं जानती, 

    एक ही बाण में ताड़का राक्षसी, उठ सकी न पड़ी की पड़ी रह गयी, 

    राम को देखकर श्री जनक-नंदिनी


राम को देखकर श्री जनक-नंदिनी,

बाग़ में जा खड़ी की खड़ी रह गयीं,

राम देखें सिया, माँ सिया राम को,

चार अँखियाँ लड़ी की लड़ी रह गयीं।। 


बोलिये सियावर रामचंद्र की जय

........................................................................................................
आरती श्रीमद भगवद गीता की (Aarti Shrimad Bhagavad Geeta Ki)

जय भगवद् गीते, माता जय भगवद् गीते।
हरि हिय कमल विहारिणि, सुन्दर सुपुनीते॥

सोमवती अमावस्या 2024 पूजा विधि (Somvati Amavasya 2024 Puja Vidhi)

सोमवती अमावस्या की रात घर से क्यों नहीं निकलना चाहिए, जानिए क्या है दान पुण्य की विधि

श्री गणेश चालीसा (Shri Ganesh Chalisa)

जय गणपति सद्गुण सदन कविवर बदन कृपाल।
विघ्न हरण मंगल करण जय जय गिरिजालाल॥

वामन जयंती 2024: राजा बलि को सबक सिखाने के लिए भगवान विष्णु ने लिया था वामन अवतार, भाद्रपद की द्वादशी तिथि को हुआ था जन्म

हिंदू धर्म में भगवान विष्णु त्रिदेवों में प्रमुख और सृष्टी के संचालक या पालनहार के रूप में पूजे जाते हैं।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।