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राम रस बरस्यो री, आज म्हारे आंगन में (Ram Ras Barsyo Re, Aaj Mahre Angan Main)

राम रस बरस्यो री, आज म्हारे आंगन में (Ram Ras Barsyo Re, Aaj Mahre Angan Main)

राम रस बरस्यो री,

आज म्हारे आंगन में ।

जाग गये सब सोये सपने,

सभी पराये हो गये अपने,

लगे प्रेम की माला जपने,

लगे राम की माला जपने,

कि अंग-अंग हरस्यो री,

आज म्हारे आंगन में ॥


युग युग के थे नैन तिसाये,

आज पियत सखी बिना पिलाये,

कहां बिठाऊँ मेरे बाबा आये,

कहां बिठाऊँ मेरे सतगुरु आये,

ठौर कोई करस्यो री,

आज म्हारे आंगन में ॥


ठुमक ठुमक मोरी पायल बाजे,

अगल बगल मेरा राम बिराजे,

प्रेमी को तो प्रीत ही साजै,

प्रेमी को तो प्रीत ही साजै,

बहुत दिन तरस्यो री,

आज म्हारे आंगन में ॥


धरती नाची अम्बर नाचा,

आज देवता खुलकर नाचा,

मैं नाची मेरा प्रियतम नाचा,

मैं नाची मेरा सतगुरु नाचा,

प्रेम रस बरस्यो री,

आज म्हारे आंगन में ।।


रुक गई रात, रुका है चन्दा,

साधो! मंगल मौज अनन्दा,

तू निर्दोष अरे क्यूं मन्दा,

तू निर्दोष अरे क्यूं मन्दा,

घड़ी दस बरस्यो री,

आज म्हारे आंगन में ॥

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मां दुर्गा की सवारी कैसे तय होती है

साल 2025 में चैत्र नवरात्रि 30 मार्च, रविवार से शुरू हो रही है। हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि का बहुत महत्व है। चैत्र मास हिंदू नववर्ष का पहला महीना होता है। चैत्र नवरात्रि में देवी दुर्गा की पूजा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और नौ दुर्गाओं का आशीर्वाद बना रहता है।

देवी दुर्गा के देशभर में प्रमुख मंदिर

चैत्र नवरात्रि 30 मार्च 2025 रविवार से शुरू होकर 7 अप्रैल 2025 सोमवार को समाप्त होगी। इस पावन अवसर पर आप देश के विभिन्न प्रसिद्ध दुर्गा मंदिरों के दर्शन कर सकते हैं।

मां दुर्गा की सवारी के शुभ और अशुभ संकेत

हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि का बहुत महत्व है। ये विशेष पर्व हर साल चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से शुरू होकर नौ दिनों तक चलता है। इस बार 2025 में चैत्र नवरात्रि 30 मार्च से शुरू होकर 7 अप्रैल तक चलेगी। इन नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है।

चैत्र नवरात्रि 2 राशियों के लिए खास

चैत्र नवरात्रि शक्ति और विश्वास के साथ पूजा करने का सर्वोत्तम समय माना जाता है, लेकिन इस साल चैत्र नवरात्रि केवल पूजा-पाठ के लिए ही नहीं, बल्कि कुछ राशियों के लिए एक नई शुरुआत का मौका भी है।

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