सारी दुनिया में अब लोगो के दुःख कटने वाले हैं,
राम सिया आने वाले है अवध में आने वाले है,
राम सिया आने वाले है अवध में आने वाले है ॥
दशरथ के घर जन्म लिया नाम रखा था राम,
दुनिया को है मोक्ष दिया यही था उनका काम,
गली गली और गांव गांव को ख़ूब सजाने वाले है,
राम सिया आने वाले है अवध में आने वाले है ॥
बलियो में बल रखने वाले परम भक्त हनुमान,
राम नाम की रटन लगाना यही है इनका काम,
अंजनी पुत्र हनुमत देखो आये जीत दिलाने है,
राम सिया आने वाले है अवध में आने वाले है ॥
घर घर भगवा लहराएगा सबको हुआ है मान,
धर्म सनातन लाना है किया था ये ऐलान,
मोदी और योगी भी बन गये,
पवन और अंकित भी बन गये देखो राम दीवाने है,
राम सिया आने वाले है अवध में आने वाले है ॥
राम सिया आने वाले है अयोध्या आने वाले है,
मेरे प्रभु आने वाले है सियावर आने वाले है ॥
राम सिया आने वाले है अवध में आने वाले है,
राम सिया आने वाले है अवध में आने वाले है ॥
भगवान अय्यप्पा हिंदू धर्म के एक प्रमुख देवता हैं, जो विशेष रूप से केरल राज्य में पूजे जाते हैं। वे विष्णु और शिव के संयुक्त रूप माने जाते हैं। अय्यप्पा के बारे में कई कथाएं हैं, जो विभिन्न पौराणिक ग्रंथों और धार्मिक कथाओं में बताई जाती हैं।
भगवान चित्रगुप्त हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण देवता हैं। उन्हें कर्मों का लेखाकार माना जाता है। वे सभी मनुष्यों के अच्छे और बुरे कर्मों का लेखा-जोखा रखते हैं और मृत्यु के बाद व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं।
माघ मास में कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को षटतिला एकादशी मनाई जाती है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु का पूजन करने से धन की प्राप्ति होती है। इस दिन पूजा में तिल का प्रयोग अवश्य करना चाहिए।
25 जनवरी 2025 को षटतिला एकादशी का व्रत है। इस दिन तिल का काफी महत्व होता है। षटतिला एकादशी के दिन तिल का छह तरीकों से प्रयोग किया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा में भी विशेष रूप से तिल का इस्तेमाल किया जाता है।