मोहिनी मूरत प्यारी,
रंगीलो मेरो बनवारी,
मोहनी मूरत प्यारी ॥
रत्न जड़े कुण्डल कानों में,
रत्न जड़े कुण्डल कानों में,
मोर मुकुट सिर धारी,
रंगीलो मेरो बनवारी,
मोहनी मूरत प्यारी,
रंगीलो मेरो बनवारी ॥
तन केसरियो बागो साजे,
तन केसरियो बागो साजे,
नीले री असवारी,
रंगीलो मेरो बनवारी,
मोहनी मूरत प्यारी,
रंगीलो मेरो बनवारी ॥
नैन रसीला जुलम करे है,
नैन रसीला जुलम करे है,
लेउँ नज़र उतारी,
रंगीलो मेरो बनवारी,
मोहनी मूरत प्यारी,
रंगीलो मेरो बनवारी ॥
खाटू में मंदिर रवि सन्मुख,
खाटू में मंदिर रवि सन्मुख,
जा की शोभा भारी,
रंगीलो मेरो बनवारी,
मोहनी मूरत प्यारी,
रंगीलो मेरो बनवारी ॥
मोहिनी मूरत प्यारी,
रंगीलो मेरो बनवारी,
मोहनी मूरत प्यारी ॥
हिंदू धर्म में शुक्र देवता को भौतिक सुख-सुविधाओं का देवता कहा जाता है। इतना ही नहीं, शुक्रदेव को सौंदर्य और आकर्षण का देवता भी माना जाता है। लोग उनकी कृपा पाने के लिए पूजा करते हैं ताकि वे सुंदर और आकर्षक बन सकें।
मासिक शिवरात्रि व्रत काफ़ी शुभ माना जाता है। यह त्योहार हर मास कृष्ण पक्ष के 14वें दिन मनाया जाता है। इस बार यह व्रत शुक्रवार, 29 नवंबर 2024 के दिन मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो भक्त इस तिथि पर व्रत रखते हैं और पूजा करते हैं, उन्हें सुख-शांति और धन-वैभव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। कहा जाता है कि शिव जी की कृपा प्राप्त करने के लिए यह व्रत काफ़ी महत्वपूर्ण है।
साल की आखिरी मासिक शिवरात्रि के दिन का बहुत महत्व है। इस दिन भगवान शिव और मांं पार्वती की पूजा होती है। इस दिन व्रत भी रखा जाता है। ऐसी मान्यता है कि जो भक्त इस दिन भगवान शिव की उपासना और व्रत करता है उस पर भोलेनाथ जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। साथ ही उन्हें मनचाहा फल प्रदान करते हैं।
सनातन धर्म में भगवान भोलेनाथ की पूजा-आराधना के लिए प्रदोष व्रत का काफ़ी खास माना गया है। प्रत्येक माह के शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है।