शरण में हम तुम्हारे आ पड़े है (Sharan Mein Hum Tumhare Aa Pade Hai)

शरण में हम तुम्हारे आ पड़े है,

ओ भोले तेरे द्वारे आ पड़े है,

शरण में हम तुम्हारे आ पड़े हैं,

ओ बाबा तेरे द्वारे आ पड़े है ॥


भगत के दिल को यूँ ना तोड़ देना

निराशा कर प्रभु ना छोड़ देना,

बहुत ही गम के मारे आ पड़े है,

शरण में हम तुम्हारे आ पड़े हैं,

ओ बाबा तेरे द्वारे आ पड़े है ॥


हमें भी अपनी सेवा में लगा लो,

चरण का अपने सेवक तुम बना लो,

जगत से बेसहारे आ पड़े है,

शरण में हम तुम्हारे आ पड़े हैं,

ओ बाबा तेरे द्वारे आ पड़े है ॥


फसी है नाव ‘शर्मा’ की निकालो,

सहारा देके ‘लक्खा’ को बचा लो,

लो झोली को पसारे आ पड़े है,

शरण में हम तुम्हारे आ पड़े हैं,

ओ बाबा तेरे द्वारे आ पड़े है ॥


शरण में हम तुम्हारे आ पड़े है,

ओ भोले तेरे द्वारे आ पड़े है,

शरण में हम तुम्हारे आ पड़े हैं,

ओ बाबा तेरे द्वारे आ पड़े है ॥


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शादी-विवाह पूजा विधि

विवाह एक पवित्र संस्कार, जो दो लोगों को 7 जन्मों के लिए बांधता है। यह न केवल दो व्यक्तियों का मिलन है, बल्कि दो परिवारों का भी मिलन है। इसे हिंदू संस्कृति में एक पवित्र अनुष्ठान माना गया है।

हरी हरी भांग का मजा लीजिये(Hari Hari Bhang Ka Maja Lijiye)

हरी हरी भांग का मजा लीजिये,
सावन में शिव की बूटी पिया कीजिये,

खाटू वाले श्याम हमारे(Khatu Wale Shyam Hamare)

खाटू वाले श्याम हमारे,
भक्तों के तू काज संवारे,

ललिता जयंती 2025 कब है

माता ललिता को समर्पित यह ललिता जयंती हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है। बता दें कि ललिता व्रत, शरद नवरात्रि के पाँचवें दिन किया जाता है।

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