शरण तेरी आयो बांके बिहारी,
शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥
पल पल में परदा किये जा रहे हो,
पल पल में परदा किये जा रहे हो,
नज़र कब मिलेगी हमारी तुम्हारी,
शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥
चिलमन से बाहर निकलकर के आओ,
चिलमन से बाहर निकलकर के आओ,
बढ़ा क्यों रहे हो बेकरारी,
शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥
दीवानगी ‘पप्पू शर्मा’ की देखो,
दीवानगी ‘पप्पू शर्मा’ की देखो,
जिगर चिर दिखला दे छवि तुम्हारी,
शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥
शरण तेरी आयो बांके बिहारी,
शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥
मासिक दुर्गा अष्टमी का व्रत हर माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है। इस साल मासिक दुर्गा अष्टमी का पहला व्रत 07 जनवरी 2025 को मनाई जाएगी।
मासिक दुर्गा अष्टमी का व्रत हर माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है। सनातन धर्म में मासिक दुर्गाष्टमी का एक विशेष महत्व है, यह दिन मां दुर्गा की पूजा-अर्चना का होता है।
मासिक दुर्गा अष्टमी का व्रत हर माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है। सनातन धर्म में मासिक दुर्गाष्टमी का एक विशेष महत्व है, यह दिन मां दुर्गा की पूजा-अर्चना का होता है।
सनातन धर्म में हरिहर में हरि से आश्य है भगवान विष्णु और हर यानी कि भगवान शिव। दोनों एक दूसरे के आराध्य हैं। इनकी पूजा करने से व्यक्ति का भाग्योदय होता है और जातकों को उत्तम परिणाम मिलते हैं।