शिव पार्वती ने तुम्हे, वरदान दे दिया (Shiv Parvati Ne Tumhe Vardan De Diya)

शिव पार्वती ने तुम्हे,

वरदान दे दिया,

श्री गणेश ये कलयुग,

तुम्हारे नाम कर दिया ॥


ब्रम्हा ने वेद,

सरस्वती ज्ञान दे रही,

विष्णु के संग लक्ष्मी,

धन धान दे रही,

प्रथमेश तुम बनो,

ये अभयदान दे दिया,

श्री गणेश ये कलयुग,

तुम्हारे नाम कर दिया ॥


कैलाश पे तुम्हारी,

जय जयकार कर रहे,

हे गजानंद तुमको,

नमस्कार कर रहे,

सबने तुम्हारे चरणों में,

प्रणाम कर लिया,

श्री गणेश ये कलयुग,

तुम्हारे नाम कर दिया ॥


तुम अष्टविनायक,

तुम्ही बुद्धि के प्रदाता,

सब सुख प्रदान करते,

रिद्धि सिद्धि के दाता,

भक्तो की झोलियों में,

धन धान भर दिया,

श्री गणेश ये कलयुग,

तुम्हारे नाम कर दिया ॥


कलयुग में भव से पार,

चाहो भक्तो जो जाना,

गौरी गजाननन को सदा,

मन से ही ध्याना,

भक्तो के मन में तुमने,

अपना स्थान कर दिया,

श्री गणेश ये कलयुग,

तुम्हारे नाम कर दिया ॥


शिव पार्वती ने तुम्हे,

वरदान दे दिया,

श्री गणेश ये कलयुग,

तुम्हारे नाम कर दिया ॥

........................................................................................................
आजा.. नंद के दुलारे हो..हो..: भजन (Ajaa Nand Ke Dulare)

आजाआ... ओओओ...
आजा.. नंद के दुलारे हो..हो..

शिव शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ (Shiv Shankar Ko Jisne Pooja)

शिव शंकर को जिसने पूजा,
उसका ही उद्धार हुआ ।

बजरंग बाण (Bajrang Baan)

निश्चय प्रेम प्रतीति ते,
बिनय करैं सनमान ।

श्री लक्ष्मी चालीसा

मातु लक्ष्मी करि कृपा, करो हृदय में वास ।
मनोकामना सिद्ध करि, परुवहु मेरी आस ॥

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।