शिव पार्वती ने तुम्हे,
वरदान दे दिया,
श्री गणेश ये कलयुग,
तुम्हारे नाम कर दिया ॥
ब्रम्हा ने वेद,
सरस्वती ज्ञान दे रही,
विष्णु के संग लक्ष्मी,
धन धान दे रही,
प्रथमेश तुम बनो,
ये अभयदान दे दिया,
श्री गणेश ये कलयुग,
तुम्हारे नाम कर दिया ॥
कैलाश पे तुम्हारी,
जय जयकार कर रहे,
हे गजानंद तुमको,
नमस्कार कर रहे,
सबने तुम्हारे चरणों में,
प्रणाम कर लिया,
श्री गणेश ये कलयुग,
तुम्हारे नाम कर दिया ॥
तुम अष्टविनायक,
तुम्ही बुद्धि के प्रदाता,
सब सुख प्रदान करते,
रिद्धि सिद्धि के दाता,
भक्तो की झोलियों में,
धन धान भर दिया,
श्री गणेश ये कलयुग,
तुम्हारे नाम कर दिया ॥
कलयुग में भव से पार,
चाहो भक्तो जो जाना,
गौरी गजाननन को सदा,
मन से ही ध्याना,
भक्तो के मन में तुमने,
अपना स्थान कर दिया,
श्री गणेश ये कलयुग,
तुम्हारे नाम कर दिया ॥
शिव पार्वती ने तुम्हे,
वरदान दे दिया,
श्री गणेश ये कलयुग,
तुम्हारे नाम कर दिया ॥
2025 में विभिन्न ग्रह अपनी राशि परिवर्तन करेंगे। इसमें गुरु का भी गोचर होगा। वैदिक ज्योतिष शास्त्र में देवताओं के गुरु बृहस्पति सभी ग्रहों में सबसे खास और असरकारक ग्रह माने जाते हैं।
2025 में शुक्र ग्रह एक निश्चित अवधि के बाद राशि परिवर्तन करेंगे। इसका प्रभाव 12 राशियों के जीवन में किसी न किसी प्रकार से अवश्य पड़ेगा। दैत्यों के गुरु शुक्र को प्रेम-आकर्षण, कामना, सुख-समृद्धि, धन-वैभव का कारक ग्रह माना जाता है।
शनिदेव 29 मार्च 2025 को देर रात 11 बजकर 01 मिनट पर कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में गोचर करेंगे। इस राशि में शनिदेव ढाई साल तक रहेंगे।
राहु को छाया ग्रह माना जाता है। राहु अपने सहचर के अनुसार फल प्रदान करता है। यानी अगर राहु शुभ ग्रह अथवा राशि में है तो वह अच्छे परिणाम देगा। परंतु अगर वह अशुभ ग्रह के साथ है तो वह अशुभ परिणाम देगा।