श्री राम जी का मंदिर बनाएंगे,
भगवा ध्वज लहरायेंगे,
मंदिर जब ये बन जायेगा,
कण कण सारा हर्षायेगा,
बच्चा बच्चा ये गायेगा,
सारी दुनिया में राम जी छाएंगे,
भगवा ध्वज लहरायेंगे,
श्री राम जी का मंदिर बनायेंगे,
भगवा ध्वज लहरायेंगे ॥
विश्वगुरु कहलाये ऐसा,
देश हमारा हो,
भारत की शक्ति का डंका,
दुनिया भर में हो,
गीता रामायण से सारी,
दुनिया गुंजित हो,
संस्कृति भारत की हर एक,
देश का सेहरा हो,
कलयुग में त्रेता लाएंगे,
भगवा ध्वज लहरायेंगे,
श्री राम जी का मंदिर बनायेंगे,
भगवा ध्वज लहरायेंगे ॥
सारे अवतारों की भूमि,
भारत माता है,
वीर महापुरुषों की जननी,
भाग्य विधाता है,
संघर्षों से गुज़री हुई ये,
राम कहानी है,
बरसों से तम्बू में बैठे,
दी कुर्बानी है,
‘जीवन’ योगी मोदी को,
फिर से लाएंगे,
भगवा ध्वज लहरायेंगे,
श्री राम जी का मंदिर बनायेंगे,
भगवा ध्वज लहरायेंगे ॥
श्री राम जी का मंदिर बनाएंगे,
भगवा ध्वज लहरायेंगे,
मंदिर जब ये बन जायेगा,
कण कण सारा हर्षायेगा,
बच्चा बच्चा ये गायेगा,
सारी दुनिया में राम जी छाएंगे,
भगवा ध्वज लहरायेंगे,
श्री राम जी का मंदिर बनायेंगे,
भगवा ध्वज लहरायेंगे ॥
सनातन धर्म में माघ महीने को अत्यंत पवित्र माना जाता है। यह महीना धार्मिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण है। धार्मिक पंचांग के अनुसार, माघ माह की शुरुआत मकर संक्रांति के दिन होती है।
जनवरी महीने का दूसरा प्रदोष व्रत सोमवार, 27 जनवरी को मनाया जाएगा। माघ मास में आने वाला यह पावन पर्व भगवान शिव के भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है। इस बार का प्रदोष व्रत अनेक शुभ योगों से युक्त होने के कारण भक्तों के जीवन में खुशहाली और समृद्धि लाने वाला सिद्ध होगा।
इस बार माघ महीने का पहला प्रदोष व्रत, 27 जनवरी, सोमवार के दिन पड़ रहा है। चूंकि यह सोमवार के दिन है, इसलिए इसे सोम प्रदोष व्रत के नाम से भी जाना जाता है।
माघ का महीना हिंदू धर्म में बेहद पवित्र माना जाता है, और इस महीने में आने वाला प्रदोष व्रत और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है। प्रदोष व्रत हर महीने के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है।