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श्री राधे गोविंदा, मन भज ले हरी का प्यारा नाम है (Shri Radhe Govinda Man Bhaj Le Hari Ka Pyara Naam Hai)

श्री राधे गोविंदा, मन भज ले हरी का प्यारा नाम है (Shri Radhe Govinda Man Bhaj Le Hari Ka Pyara Naam Hai)

श्री राधे गोविंदा, मन भज ले हरी का प्यारा नाम है ।

गोपाला हरी का प्यारा नाम है, नंदलाला हरी का प्यारा नाम है ॥


मोर मुकुट सर गल बन माला, केसर तिलक लगाए,

वृन्दावन में कुञ्ज गलिन में सब को नाच नचाए ।

श्री राधे गोविंदा, मन भज ले हरी का प्यारा नाम है ॥


गिरिधर नागर कहती मीरा, सूर को शयामल भाया,

तुकाराम और नामदेव ने विठ्ठल विठ्ठल गाया ।

श्री राधे गोविंदा, मन भज ले हरी का प्यारा नाम है ॥


नरसी ने खडताल बजा के सांवरिया को रिझाया,

शबरी ने अपने हाथों से प्रभु को बेर खिलाया ।

श्री राधे गोविंदा, मन भज ले हरी का प्यारा नाम है ॥


राधा शक्ति बिना ना कोई श्यामल दर्शन पाए,

आराधन कर राधे राधे काहना भागे आए ।

श्री राधे गोविंदा, मन भज ले हरी का प्यारा नाम है ॥


सिमरन का रस जिसको आया, वो ही जाने मन में,

निराकार साकार होतरे भगतों के आँगन में ।

श्री राधे गोविंदा, मन भज ले हरी का प्यारा नाम है ॥


श्याम सलोना कुंजबिहारी नटवर लीलाधारी,

अन्तर्वासी हरिअविनाशी लागे शरण तिहारी ।

श्री राधे गोविंदा, मन भज ले हरी का प्यारा नाम है ॥


श्री राधे गोविंदा, मन भज ले हरी का प्यारा नाम है ।

गोपाला हरी का प्यारा नाम है, नंदलाला हरी का प्यारा नाम है ॥

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18 June 2025 Panchang (18 जून 2025 का पंचांग)

आज 18 जून 2025 को आषाढ़ माह का सातवां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष तिथि सप्तमी है। आज बुधवार का दिन है। सूर्य देव मिथुन राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा कुंभ से मीन राशि में प्रवेश करेंगे।

Jyeshtha Purnima 2025 (ज्येष्ठ पूर्णिमा कब मनाई जाएगी)

हिंदू पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ पूर्णिमा एक महत्वपूर्ण तिथि मानी जाती है। यह दिन धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत शुभ होता है, विशेष रूप से स्नान, दान और व्रत के लिए। यह व्रत पवित्रता, आत्मिक शुद्धि और पुण्य की प्राप्ति के लिए रखा जाता है।

ज्येष्ठ पूर्णिमा पर क्या करें दान

हिंदू पंचांग में ज्येष्ठ पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है। यह तिथि वर्ष में एक बार आती है और धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत पुण्यकारी मानी जाती है। इस साल पूर्णिमा 10 जून, मंगलवार को सुबह 11:35 बजे शुरू होकर 11 जून, बुधवार को दोपहर 1:13 बजे समाप्त हो रही है।

ज्येष्ठ पूर्णिमा के उपाय

हिंदू पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ पूर्णिमा धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह पूर्णिमा स्नान, दान और व्रत के साथ-साथ विशेष उपायों के लिए भी श्रेष्ठ मानी जाती है।

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