श्री राम कथा की महिमा को,
घर घर में पहुँचाना है,
राम नाम की भक्ति को,
जन जन में जगाना है,
श्री राम जय राम जय जय राम,
श्री राम जय राम जय जय राम ॥
राम नाम को जपने से,
हर संकट मिट जाते है,
राम नाम को रटने से,
कष्ट सारे कट जाते है,
राम नाम को भजने से,
भव सागर तर जाते है,
राम नाम का ध्यान धरे तो,
आत्म तृप्त हो जाते है,
श्रीं राम कथा की महिमा को,
घर घर में पहुँचाना है,
राम नाम की भक्ति को,
जन जन में जगाना है,
श्री राम जय राम जय जय राम,
श्री राम जय राम जय जय राम ॥
राम नाम से पापियों के,
पाप सारे धूल जाते है,
राम नाम की शक्ति से,
सुख सम्पद घर आते है,
राम नाम की माला से,
मनवांछित फल पाते है,
राम नाम को गाने से,
प्रभु दर्शन हो जाते है,
श्रीं राम कथा की महिमा को,
घर घर में पहुँचाना है,
राम नाम की भक्ति को,
जन जन में जगाना है,
श्री राम जय राम जय जय राम,
श्री राम जय राम जय जय राम ॥
श्री राम कथा की महिमा को,
घर घर में पहुँचाना है,
राम नाम की भक्ति को,
जन जन में जगाना है,
श्री राम जय राम जय जय राम,
श्री राम जय राम जय जय राम ॥
परशुराम जयंती हर साल वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। यह वही तिथि है जब भगवान विष्णु ने धर्म की रक्षा के लिए छठा अवतार लिया था, जो भगवान परशुराम है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, अक्षय तृतीया हर साल वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है और इस दिन को बिना पंचांग देखे कोई भी नया कार्य शुरू करने के लिए उपयुक्त माना जाता है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, अक्षय तृतीया का पर्व वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। यह दिन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत शुभ माना जाता हैI
अक्षय तृतीया वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। यह तिथि स्वयं में ही अबूझ मानी जाती है, अर्थात् इस दिन किसी भी शुभ कार्य को बिना मुहूर्त के किया जा सकता है।