सो सतगुरु प्यारा मेरे नाल है,
जिथे किथे मैनु लै छडाई
तिस गुरु कौ हौ वारिया,
जिन हर की हर कथा सुनाई,
तिस गुरु को सद बल हारनै,
जिन हर सेवा बड़त बड़ाई,
सो सतगुरु प्यारा मेरे नाल है
तिस गुर कौ शाबाश हैं,
जिन हर सो जी पाई,
नानक गुर वीटो वारया
जिन हर नाम दिया,
मेरे मन की आश पुराई,
सो सतगुरु प्यारा मेरे नाल हैं
सो सतगुरु प्यारा मेरे नाल हैं,
जिथे किथे मैनु लै छडाइ
मेरी माँ अंबे दुर्गे भवानी,
किस जगह तेरा जलवा नहीं है,
कैसे कह दूँ,
दुआ बेअसर हो गई,
मेरी मैया चली,
असुवन धारा बही,
मेरी मैया जी कर दो नज़र,
ज़िन्दगी मेरी जाए संवर,