तेरा जग है करे गुणगान,
गजानन लम्बोदर,
लम्बोदर हे लम्बोदर,
लम्बोदर हे लम्बोदर,
तू जग में सबसे महान,
गजानन लम्बोदर,
तेरा जग है करें गुणगान,
गजानन लम्बोदर ॥
हाथ दिए तूने पूजन को,
हाथ दिए तूने पूजन को,
जिव्हा सुमिरन को भगवान,
गजानन लम्बोदर,
तेरा जग है करे गुणगान,
गजानन लम्बोदर ॥
दुःख हर्ता तू सुख कर्ता तू,
दुःख हर्ता तू सुख कर्ता तू,
करे हर संकट आसान,
गजानन लम्बोदर,
तेरा जग है करें गुणगान,
गजानन लम्बोदर ॥
नैन दिए अपने दर्शन को,
नैन दिए अपने दर्शन को,
करे हम तेरी पहचान,
गजानन लम्बोदर,
तेरा जग है करें गुणगान,
गजानन लम्बोदर ॥
जीवन की पीड़ा है मिटाई,
जीवन की पीड़ा है मिटाई,
करे मन से तेरा गुणगान,
गजानन लम्बोदर,
तेरा जग है करें गुणगान,
गजानन लम्बोदर ॥
तेरा जग है करें गुणगान,
गजानन लम्बोदर,
लम्बोदर हे लम्बोदर,
लम्बोदर हे लम्बोदर,
तू जग में सबसे महान,
गजानन लम्बोदर,
तेरा जग है करे गुणगान,
गजानन लम्बोदर ॥
राहु ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण ग्रह है जिसे छाया ग्रह भी कहा जाता है। यह ग्रह सूर्य और चंद्र ग्रहण के समय बनने वाली छाया से उत्पन्न माना जाता है।
अमावस्या की तिथि पितरों के तर्पण और उनकी पूजा-अर्चना के लिए शुभ मानी जाती है। जब अमावस्या किसी सोमवार को पड़ती है, तो इसे 'सोमवती अमावस्या' कहते हैं। सनातन धर्म में इस दिन का महत्व बहुत अधिक है।
साल 2024 की आखिरी अमावस्या काफ़ी महत्पूर्ण है। यह दिन भगवान शिव और पितरों को समर्पित होता है। इस दिन पितरों को प्रसन्न करने हेतु तर्पण किया जाता है।
शेरावाली दा चोला सुहा लाल,
लाल माँ नु प्यारा लागे ॥