तुम जो कृपा करो तो, मिट जाये विपदा सारी(Tum Jo Kripa Karo To Mit Jaye Vipda Sari)

तुम जो कृपा करो तो,

मिट जाये विपदा सारी,

ओ गौरी सूत गणराजा,

गणनायक गजमुख धारी,

तुम हो दया के सागर,

क्या बात है तुम्हारी,

ओ गौरी सूत गणराजा,

गणनायक गजमुख धारी ॥


विघ्नौ को हरने वाले,

सुख शांति देने वाले,

मोह पाश काटते हो,

तुम भक्ति देने वाले,

तुमने रचाई श्रष्टि,

तुम ने ही है सवारा,

ओ गौरी सूत गणराजा,

गणनायक गजमुख धारी,

ओ गौरी सूत गणराजा,

गणनायक गजमुख धारी ॥


तुम पहले पूजे जाते,

फ़िर काम बनते जाते,

आये शरण तिहारी,

मन चाहा फल है पाते,

मुझको गले लगा ले,

आया शरण तिहारी,

ओ गौरी सूत गणराजा,

गणनायक गजमुख धारी,

ओ गौरी सूत गणराजा,

गणनायक गजमुख धारी ॥


लम्बे उदर में तुमने,

संसार है छिपाया,

सतगुण से है भरी हुई,

गणराज तेरी काया,

दुर्गुण पे सतगुणो सी,

ये मुस की सवारी,

ओ गौरी सूत गणराजा,

गणनायक गजमुख धारी,

ओ गौरी सूत गणराजा,

गणनायक गजमुख धारी ॥


तुम जो कृपा करो तो,

मिट जाये विपदा सारी,

ओ गौरी सूत गणराजा,

गणनायक गजमुख धारी,

तुम हो दया के सागर,

क्या बात है तुम्हारी,

ओ गौरी सूत गणराजा,

गणनायक गजमुख धारी ॥


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मां की हर बात निराली है(Maa Ki Har Baat Nirali Hai)

माँ की हर बात निराली है
श्लोक – पास की सुनती है,

सोहर: जुग जुग जियसु ललनवा (Sohar: Jug Jug Jiya Su Lalanwa Ke)

जुग जुग जियसु ललनवा,
भवनवा के भाग जागल हो,

हरि तुम हरो जन की भीर(Hari Tum Haro Jan Ki Bhir)

हरि तुम हरो जन की भीर।
द्रोपदी की लाज राखी, तुम बढ़ायो चीर॥

षटतिला एकादशी व्रत उपाय

माघ मास में कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को षटतिला एकादशी मनाई जाती है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु का पूजन करने से धन की प्राप्ति होती है। इस दिन पूजा में तिल का प्रयोग अवश्य करना चाहिए।

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