तुम्हारी जय हो वीर हनुमान,
ओ रामदूत मतवाले हो बड़े दिल वाले,
जगत में ऊंची तुम्हारी शान,
तुम्हारी जय हो वीर हनुमान ।
भूख लगी तो समझ के फल,
सूरज को मुख में डाला,
अन्धकार फैला सृष्टि में,
हाहाकार विकराला,
आन करि विनती देवो ने,
विपदा को किया निवार,
तुम्हारी जय हो वीर हनुमान ।
सोने की लंका को जला कर,
राख का ढेर बनाया,
तहस-नहस बगियन कर दी,
अक्षय को मार गिराया,
लाये संजीवन बूटी,
बचाई भाई लखन की जान,
तुम्हारी जय हो वीर हनुमान ।
रोम रोम में राम रमे बस,
राम भजन ही भाये,
सरल तुम्हारा भजन करे जो,
संकट उस के मिटाये,
तेल सिंधुर चढ़ाये जो,
लखा दिया अबे का दान,
तुम्हारी जय हो वीर हनुमान ।
तुम्हारी जय हो वीर हनुमान,
ओ रामदूत मतवाले हो बड़े दिल वाले,
जगत में ऊंची तुम्हारी शान,
तुम्हारी जय हो वीर हनुमान ।
होली का पर्व हर साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह त्योहार रंगों के साथ-साथ धार्मिक अनुष्ठानों का भी प्रतीक है। होलिका दहन से पहले पूजा करने की परंपरा सदियों से चली आ रही है।
होली हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है, जिसे रंगों और खुशियों के साथ मनाया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि होली के दिन किए गए कुछ उपाय आपके जीवन में सुख-समृद्धि, आर्थिक उन्नति और कष्टों से मुक्ति दिलाने में सहायक हो सकते हैं?
रंग पंचमी हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसे होली के पांच दिन बाद मनाया जाता है। इस दिन आसमान में गुलाल उड़ाने की परंपरा है, जिसे देवी-देवताओं को अर्पित किया जाता है।
रंग पंचमी हिंदू धर्म में एक विशेष महत्व रखती है। यह त्योहार चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। भक्त वत्सल इस लेख के माध्यम से आपको बता रहे हैं कि कैसे इस दिन भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी ने पहली बार होली खेली थी।