टूटी झोपड़िया मेरी माँ (Tuti Jhupdiya Meri Maa Garib Ghar Aajana)

टूटी झोपड़िया मेरी माँ,

गरीब घर आ जाना ।

बड़े बड़े लोग मैया जागरण कराये

मैं कीर्तन करवाऊ मेरी माँ,

गरीब घर आ जाना ।


टूटी झोपड़िया मेरी माँ,

गरीब घर आ जाना ।


बड़े बड़े लोग मैया चोला चढ़ाये

मैं चुनरी चड़ाऊ मेरी माँ,

गरीब घर आ जाना ।


टूटी झोपड़िया मेरी माँ,

गरीब घर आ जाना ।


बड़े बड़े लोग मैया हार पहनाये

मैं फुल्लो की माला पहनाऊ मेरी माँ,

गरीब घर आ जाना ।


टूटी झोपड़िया मेरी माँ,

गरीब घर आ जाना ।


बड़े बड़े लोग मैया पायल पहनाये

मैं बिछुए पहनाऊ मेरी माँ,

गरीब घर आ जाना ।


टूटी झोपड़िया मेरी माँ,

गरीब घर आ जाना ।


बड़े बड़े लोग मैया मेवा खिलाये

मैं हलवा खिलाऊ मेरी माँ,

गरीब घर आ जाना ।


टूटी झोपड़िया मेरी माँ,

गरीब घर आ जाना ।


बड़े बड़े लोग मैया लंगर लगावे

मै कन्या जिमाऊं मेरी माँ,

गरीब घर आ जाना ।


टूटी झोपड़िया मेरी माँ,

गरीब घर आ जाना ।


बड़े बड़े लोग मैया गाड़िया में आएँ

मै पैदल आऊँ मेरी माँ,

गरीब घर आ जाना ।


टूटी झोपड़िया मेरी माँ,

गरीब घर आ जाना ।

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हे आनंदघन मंगलभवन, नाथ अमंगलहारी (Hey Anand Ghan Mangal Bhawa)

हे आनंदघन मंगलभवन,
नाथ अमंगलहारी,

शिव ताण्डव स्तोत्रम् (Shiv Tandav Stotram)

जटाटवीगलज्जल प्रवाहपावितस्थले
गलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजङ्गतुङ्गमालिकाम्।

भीष्म पितामह का अंतिम संस्कार

माघ मास में शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को भीष्म द्वादशी कहते हैं। इसे तिल द्वादशी भी कहते हैं। भीष्म द्वादशी को माघ शुक्ल द्वादशी नाम से भी जाना जाता है।

लेके पूजा की थाली, ज्योत मन की जगाली(Leke Pooja Ki Thali Jyot Man Ki Jagali)

लेके पूजा की थाली
ज्योत मन की जगा ली

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