वीर बजरंगबली,
मुझे तेरा सहारा है,
माँ अंजनी के लाल,
तूने लाखों को तारा है,
वीर बजरंगबलि,
मुझे तेरा सहारा है ॥
श्री राम के कारज हित,
तुमने अवतार लिया,
लंका में जाकर के,
देवों का उद्धार किया,
महावीर तेरी महिमा,
महावीर तेरी महिमा,
जाने जग सारा है,
वीर बजरंगबलि,
मुझे तेरा सहारा है ॥
तुम दया के सागर हो,
दीनन हितकारी हो,
कितने ही भक्तो की,
विपदाएँ टारि हो,
ऐसी क्या भूल हुई,
बाबा ऐसी क्या भूल हुई,
मुझको ही बिसारा है,
वीर बजरंगबलि,
मुझे तेरा सहारा है ॥
संकट मोचन मेरे,
संकट सब दूर करो,
मुझे अपना दास समझ,
मेरे सिर पर हाथ धरो,
जब कोई भीड़ पड़ी,
बाबा जब कोई भीड़ पड़ी,
तुमको ही पुकारा है,
वीर बजरंगबलि,
मुझे तेरा सहारा है ॥
दर्शन की आस लिए,
तेरी शरण में आया हूँ,
बाबा कभी तो दरश दोगे,
यही आशा लाया हूँ,
‘ताराचंद’ भी गाए,
बाबा ‘ताराचंद’ भी गाए,
गुणगान तुम्हारा है,
वीर बजरंगबलि,
मुझे तेरा सहारा है ॥
वीर बजरंगबली,
मुझे तेरा सहारा है,
माँ अंजनी के लाल,
तूने लाखों को तारा है,
वीर बजरंगबलि,
मुझे तेरा सहारा है ॥
........................................................................................................ज्योतिष शास्त्र में शुक्र ग्रह को धन, समृद्धि, प्रेम और भौतिक सुखों का कारक माना जाता है। इसका गोचर और स्थिति सभी राशियों को प्रभावित करती है। शुक्र अभी मीन राशि में है, लेकिन 17 मार्च को अस्त हो जाएगा और 23 मार्च को फिर से उदय होगा।
मत्स्य जयंती भगवान विष्णु के पहले अवतार, “मत्स्यावतार” अर्थात् मछली अवतार की विशेष पूजा के रूप में मनाई जाती है।
नवरात्रि को हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है, जिसे नौ दिनों तक मनाया जाता है। इसमें देवी दुर्गा और उनके नौ रूपों की पूजा की जाती है।
नवरात्रि पर्व का आगमन होते ही चारों ओर भक्ति और सकारात्मक ऊर्जा का वातावरण बन जाता है। विशेषकर चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा से न केवल मन को शांति मिलती है, बल्कि जीवन में सकारात्मकता और शक्ति का संचार भी होता है।