विनती सुनलो मेरे गणराज (Vinti Sun Lo Mere Ganraj)

विनती सुनलो मेरे गणराज आज भक्ति क़ा फल दीजिये,
पहले तुमको मनाता हूँ मै देवा कीर्तन सफल कीजिए ॥


हे गोरिनंदन हे गणराया प्रथम पूज्य होने क़ा वरदान पाया,
भगतों के संग मिलकर आपको मनाऊ ,
चरणों मे तेरे देवा हाजरी लगाऊ,
लाज रखना हमारी प्रभु काज मेरे सकल कीजिए,
पहले तुमको मनाता हूँ मै देवा कीर्तन सफल कीजिए ॥


मंगल मूर्ती बनके मंगल करते चिंतामन बनके चिंताएं हरते,
जहाँ विघ्नहर्ता हो तुम विघ्न नही आते,
सिद्धि विनायक हो तुम सिद्धि लुटाते,
तेरे दर्शन सुबह शाम हो जिंदगी में वो पल दीजिये,
पहले तुमको मनाता हूँ देवा कीर्तन सफल कीजिए ॥


विनती सुनलो मेरे गणराज आज भक्ति क़ा फल दीजिये,
पहले तुमको मनाता हूँ मै देवा कीर्तन सफल कीजिए ॥

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दिवाली से पहले हनुमान पूजा

हनुमान पूजा या जयंती को लेकर लोगों के मन में हमेशा संशय रहता है, क्योंकि साल में दो बार हनुमान जयंती मनाई जाती है।

प्रभु! स्वीकारो मेरे परनाम (Prabhu Sweekaro Mere Paranam)

सुख-वरण प्रभु, नारायण हे!
दु:ख-हरण प्रभु, नारायण हे!

सिंह राशि में चंद्र ग्रहण का असर

ज्योतिष शास्त्र में सूर्य और चंद्र ग्रहण दोनों को बहुत ही अशुभ घटनाएँ माना जाता है। इनका असर न केवल देश-दुनिया पर, बल्कि राशिचक्र की सभी राशियों पर भी पड़ता है।

वैशाख संकष्ठी चतुर्थी व्रत कथा

वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी का व्रत मनाया जाता है, जिसे हिंदू धर्म में अत्यंत फलदायक माना गया है। यह व्रत भगवान गणेश को समर्पित है, जो विघ्नहर्ता, बुद्धि के दाता और मंगलकर्ता हैं।

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