Logo

वो काला एक बांसुरी वाला (Wo Kala Ek Bansuri Wala)

वो काला एक बांसुरी वाला  (Wo Kala Ek Bansuri Wala)

वो काला एक बांसुरी वाला,

सुध बिसरा गया मोरी रे ।

माखन चोर वो नंदकिशोर जो,

कर गयो मन की चोरी रे ॥

पनघट पे मोरी बईया मरोड़ी,

मैं बोली तो मेरी मटकी फोड़ी ।

पईया परूँ करूँ बीनता मैं पर,

माने ना वो एक मोरे रे ॥


छुप गयो फिर एक तान सुना के,

कहाँ गयो एक बाण चला के ।

गोकुल ढूंढा मैंने मथुरा ढूंढी,

कोई नगरिया ना छोड़ी रे ॥

........................................................................................................
यह भी जाने

संबंधित लेख

HomeBook PoojaBook PoojaTempleTempleKundliKundliPanchangPanchang