ये मैया मेरी है, सबसे बोल देंगे हम (Ye Maiya Meri Hai Sabse Bol Denge Hum)

ये मैया मेरी है,

सबसे बोल देंगे हम,

तोड़ के दुनिया से नाता,

माँ तुमसे जोड़ लेंगे हम,

ये मैया मेरी हैं,

सबसे बोल देंगे हम ॥


तुम्हारा ही भरोसा है,

तुम्हारा ही सहारा है,

मेरी आँखो के आगे माँ,

बस तेरा ही नजारा है,

एक यही विनती है,

पास रखना मैया हरदम,

ये मैया मेरी हैं,

सबसे बोल देंगे हम ॥


जो कुछ भी पास है मेरे,

तुम्हारी है मेहरबानी,

तुम्हारी ही दया से माँ,

चले मेरा दानापानी,

मुझे भी अपना लो,

सफल हो जायेगा जनम,

ये मैया मेरी हैं,

सबसे बोल देंगे हम ॥


सभी है बेटे माँ तेरे,

हमें इकबार कह दे तू,

‘श्याम’ को लेकर गोदी में,

थोड़ा सा प्यार करले तू,

अगर माँ मिल जाये,

जमाना छोड़ देंगे हम,

ये मैया मेरी हैं,

सबसे बोल देंगे हम ॥


ये मैया मेरी है,

सबसे बोल देंगे हम,

तोड़ के दुनिया से नाता,

माँ तुमसे जोड़ लेंगे हम,

ये मैया मेरी हैं,

सबसे बोल देंगे हम ॥

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मैया के पावन चरणों में (Maiya Ke Pawan Charno Mein)

मैया के पावन चरणों में,
तू सर झुका के देख ले,

पौष माह में क्या करें और क्या नहीं

हिंदू पंचांग के अनुसार पौष माह साल का 10 वां, महीना होता है जो मार्गशीर्ष पूर्णिमा के बाद शुरू होता है। वैदिक पंचाग के अनुसार इस साल पौष माह 16 दिसंबर से प्रारंभ हो चुकी है।

जहाँ आसमां झुके जमीं पर (Jahan Aasman Jhuke Zameen Par)

जहाँ आसमां झुके जमीं पर,
सर झुकता संसार का,

क्यों रखते हैं रवि प्रदोष व्रत

हिंदू पंचांग के अनुसार, फरवरी महीने का पहला प्रदोष व्रत माघ शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाएगा। यह तिथि शुरुआत 9 फरवरी 2025, रविवार के दिन पड़ेगी और इसी दिन व्रत करना फलदायी होगा।

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