Aja Ekadashi Upay: भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को अजा एकादशी कहा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह तिथि आत्मशुद्धि, पापमोचन और मोक्ष प्रदान करने वाली मानी जाती है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा, उपवास और दान-पुण्य का विशेष महत्व है। शास्त्रों में वर्णित कुछ विशेष उपाय करने से न केवल पापों का क्षय होता है, बल्कि जीवन में सुख-समृद्धि भी आती है।
अजा एकादशी के दिन भगवान विष्णु को गाय के दूध में थोड़ा सा केसर मिलाकर भोग लगाने से घर में लक्ष्मी का वास होता है। यह उपाय न केवल आर्थिक समृद्धि बढ़ाने वाला माना गया है, बल्कि यह भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करने का भी श्रेष्ठ माध्यम है।
एकादशी के दिन संध्या के समय घर के मुख्य द्वार पर और तुलसी के पौधे के सामने घी का दीपक जलाना अत्यंत शुभ माना गया है। ऐसा करने से घर के वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और परिवार में शांति बनी रहती है। तुलसी के समीप दीपक जलाने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त होती है।
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार अजा एकादशी के दिन गाय को घी चुपड़ी रोटी और गुड़ खिलाना अत्यंत पुण्यदायी है। यह उपाय जीवन के संकटों को दूर करने वाला माना जाता है। साथ ही इससे घर-परिवार में सुख, सौभाग्य और स्वास्थ्य में वृद्धि होती है।
एकादशी के दिन पीपल के वृक्ष की पूजा करने का विशेष महत्व बताया गया है। पीपल में स्वयं भगवान विष्णु का वास माना जाता है। इस दिन पीपल के पेड़ की परिक्रमा करने और उसे जल अर्पित करने से सभी प्रकार की नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं और जीवन में स्थिरता आती है।
अजा एकादशी के अवसर पर भगवान विष्णु का ध्यान करना, विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना और जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र या धन का दान करना अत्यंत शुभ फल देने वाला होता है। यह उपाय व्यक्ति के जीवन में सद्गुणों को बढ़ाता है और सभी पापों से मुक्ति दिलाता है।