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बहुला चतुर्थी 2025 तिथि-मुहूर्त

बहुला चतुर्थी 2025 तिथि-मुहूर्त

Bahula Chauth 2025: कब मनाई जाएगी बहुला चतुर्थी, यहां जानें सही तिथि, मुहूर्त और पूजा विधि

बहुला चतुर्थी, जिसे बहुला चौथ भी कहा जाता है, भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाई जाती है। यह व्रत मुख्य रूप से गौ माता की पूजा के लिए प्रसिद्ध है और विशेष रूप से मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े श्रद्धा भाव से मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन गौ माता की पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और संतान की दीर्घायु व उन्नति होती है।

बहुला चतुर्थी 2025 की तिथि और समय

पंचांग के अनुसार, वर्ष 2025 में भाद्रपद माह की कृष्ण पक्ष चतुर्थी तिथि 12 अगस्त को सुबह 08 बजकर 40 मिनट पर प्रारंभ होगी और 13 अगस्त को सुबह 06 बजकर 35 मिनट पर समाप्त होगी। उदयातिथि के अनुसार, बहुला चतुर्थी व्रत 12 अगस्त 2025, दिन मंगलवार को रखा जाएगा।

बहुला चतुर्थी पूजन का शुभ मुहूर्त

  • चतुर्थी तिथि प्रारंभ: 12 अगस्त, सुबह 08:40 बजे
  • चतुर्थी तिथि समाप्त: 13 अगस्त, सुबह 06:35 बजे
  • गौ माता पूजन का श्रेष्ठ समय: प्रातःकाल या संध्या काल में, श्रद्धा और विधि अनुसार।

बहुला चतुर्थी व्रत नियम

बहुला चतुर्थी व्रत में विशेष रूप से गौ माता की पूजा की जाती है और इस दिन गाय के दूध तथा दूध से बनी चीजों का सेवन नहीं किया जाता। यह नियम व्रत की पवित्रता बनाए रखने और गौ माता के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए है। व्रतधारी दिनभर उपवास रखते हैं और संध्या के समय व्रत कथा सुनते हैं।

बहुला चतुर्थी व्रत और पूजन विधि

  • स्नान और संकल्प: सुबह स्नान करके साफ वस्त्र पहनें और व्रत का संकल्प लें।
  • गौ माता की पूजा: घर या गौशाला में गौ माता को स्नान कराएं, फिर हल्दी, कुमकुम, अक्षत, फूल, और माला से सजाएं।
  • भोग अर्पण: गौ माता को हरी घास, गुड़, चना, फल और जल अर्पित करें।
  • व्रत कथा श्रवण: बहुला चतुर्थी की कथा सुनना या पढ़ना अनिवार्य माना जाता है।
  • आरती और प्रार्थना: गौ माता की आरती कर, परिवार की सुख-समृद्धि और संतान की लंबी आयु के लिए प्रार्थना करें।

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