बहुला चतुर्थी, जिसे बहुला चौथ भी कहा जाता है, भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाई जाती है। यह व्रत मुख्य रूप से गौ माता की पूजा के लिए प्रसिद्ध है और विशेष रूप से मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े श्रद्धा भाव से मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन गौ माता की पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और संतान की दीर्घायु व उन्नति होती है।
पंचांग के अनुसार, वर्ष 2025 में भाद्रपद माह की कृष्ण पक्ष चतुर्थी तिथि 12 अगस्त को सुबह 08 बजकर 40 मिनट पर प्रारंभ होगी और 13 अगस्त को सुबह 06 बजकर 35 मिनट पर समाप्त होगी। उदयातिथि के अनुसार, बहुला चतुर्थी व्रत 12 अगस्त 2025, दिन मंगलवार को रखा जाएगा।
बहुला चतुर्थी व्रत में विशेष रूप से गौ माता की पूजा की जाती है और इस दिन गाय के दूध तथा दूध से बनी चीजों का सेवन नहीं किया जाता। यह नियम व्रत की पवित्रता बनाए रखने और गौ माता के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए है। व्रतधारी दिनभर उपवास रखते हैं और संध्या के समय व्रत कथा सुनते हैं।