Balarama Jayanti 2025: कब मनाई जाएगी भाद्रपद माह में बलराम जयंती, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व
हिन्दू धर्म में भगवान बलराम जी को शक्ति और धर्म के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है। वे भगवान श्रीकृष्ण के बड़े भाई और भगवान विष्णु के शेषनाग अवतार माने जाते हैं। बलराम जयंती उनके जन्मोत्सव के रूप में भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाई जाती है।
बलराम जयंती शुभ मुहूर्त और तिथि
वर्ष 2025 में बलराम जयंती 14 अगस्त, गुरुवार के दिन मनाई जाएगी। यह तिथि भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी को पड़ेगी। इस दिन भक्तगण विशेष पूजन-अर्चन, व्रत और कथा श्रवण करके भगवान बलराम की कृपा प्राप्त करते हैं।
- तिथि प्रारंभ 13 अगस्त 2025, रात 10:22 बजे
- तिथि समाप्त 14 अगस्त 2025, रात 8:47 बजे
- पूजा का श्रेष्ठ समय 14 अगस्त की सुबह और दिन में रहेगा, जब षष्ठी तिथि प्रभावी होगी।
बलराम जयंती का धार्मिक महत्व
बलराम जी को कृषि और शक्ति के देवता माना जाता है। उनका जीवन सत्य, पराक्रम और धर्म के पालन का अद्वितीय उदाहरण है। महाभारत में वे एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, और उनके चरित्र से संयम, बल और न्याय की प्रेरणा मिलती है।
- बलराम जी का जन्म द्वापर युग में मथुरा में हुआ था।
- वे हल और मूसल धारण करने के कारण हलधर और मूसलधर नाम से भी प्रसिद्ध हैं।
- बलराम जी को धरती पर कृषि संस्कृति के संवाहक और धर्म रक्षक के रूप में पूजा जाता है।
बलराम चरित्र का करें पाठ
- प्रातःकाल स्नान करके पवित्र वस्त्र धारण करें।
- घर या मंदिर में भगवान बलराम जी की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
- सफेद वस्त्र, चावल, दही, मक्खन, गन्ना और दूध का भोग लगाएं।
- बलराम जी को हल और मूसल का प्रतीक अर्पित करें।
- बलराम कथा या श्रीमद्भागवत पुराण के बलराम चरित्र का पाठ करें।
- दिनभर व्रत रखें और संध्या के समय आरती करें।