पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास, जिसे भादो भी कहा जाता है, यह महीना चातुर्मास का हिस्सा होने के कारण विशेष संयम और सत्कर्म करने के लिए उपयुक्त माना जाता है। इसमें तपस्या, ब्रह्मचर्य और सात्विक आहार-विहार को अपनाना श्रेष्ठ माना गया है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी और गणेश चतुर्थी जैसे भव्य पर्व इसी माह में आते हैं। इसके अलावा हरतालिका तीज, राधाष्टमी और अनंत चतुर्दशी जैसे व्रतों से भी यह माह भक्ति-भावना से सराबोर रहता है।
वर्ष 2025 में भाद्रपद माह की शुरुआत 10 अगस्त से हो रही है और इसका समापन 7 सितंबर को होगा। यह मास विशेष रूप से भगवान श्रीकृष्ण और भगवान गणेश को समर्पित माना जाता है।
भाद्रपद मास को पुराणों में पुण्यदायी और मोक्षदायक कहा गया है। यह वह समय है जब भक्त भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का स्मरण करते हैं और भगवान गणेश के स्वागत की तैयारियों में जुट जाते हैं। इस मास में व्रत, उपवास और जप-तप करने से मानसिक शांति, सुख-समृद्धि और पारिवारिक सौहार्द की प्राप्ति होती है।