Aaj Ka Panchang: आज 8 सितंबर 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह
Aaj Ka Panchang 8 September 2025: आज 8 सितंबर 2025 से आश्विन मास की शुरूआत हो रही है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, आश्विन मास के कृष्ण पक्ष तिथि प्रतिपदा है, जो कि 09:11 पी एम तक जारी रहेगी। इसके बाद द्वितीया तिथि लग जाएगी। बता दें कि आज सोमवार का दिन है। इस दिन सूर्य देव सिंह राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा 02:29 पी एम तक कुंभ राशि में रहेंगे। इसके बाद मीन राशि में गोचर करेंगे। आपको बता दें, आज सोमवार के दिन अभिजीत मुहूर्त 11:53 ए एम से 12:44 पी एम बजे तक है। इस दिन राहुकाल 07:37 ए एम से 09:11 ए एम बजे तक रहेगा। आज से पितृपक्ष प्रारम्भ हो रहा है और प्रतिपदा का श्राद्ध है। साथ ही वार के हिसाब से आप सोमवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान शिव को समर्पित होता है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है।
आज का पंचांग 8 सितंबर 2025
- तिथि - 09:11 पी एम तक कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि। इसके बाद द्वितीया तिथि लग जाएगी।
- नक्षत्र - पूर्व भाद्रपद (08:02 पी एम तक) उत्तर भाद्रपद
- दिन/वार - सोमवार
- योग - धृति (06:30 ए एम तक) शूल (03:20 ए एम, सितम्बर 09 तक) गण्ड
- करण - बालव (10:27 ए एम तक) कौलव (09:11 पी एम तक) तैतिल
आश्विन कृष्ण पक्ष प्रतिपदा तिथि प्रारंभ - 11:38 पी एम, सितम्बर 07
आश्विन कृष्ण पक्ष प्रतिपदा तिथि समाप्त - 09:11 पी एम, सितम्बर 08
सूर्य-चंद्र गोचर
- सूर्य - सूर्य देव सिंह राशि में रहेंगे।
- चंद्र - चंद्रमा 02:29 पी एम तक कुंभ राशि में रहेंगे। इसके बाद मीन राशि में गोचर करेंगे।
सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त
- सूर्योदय - 06:03 ए एम
- सूर्यास्त - 06:34 पी एम
- चन्द्रोदय - 06:58 पी एम
- चन्द्रास्त - 06:24 ए एम
आज का शुभ मुहूर्त और योग 8 सितंबर 2025
- ब्रह्म मुहूर्त - 04:31 ए एम से 05:17 ए एम
- अभिजीत मुहूर्त - 11:53 ए एम से 12:44 पी एम
- विजय मुहूर्त - 02:24 पी एम से 03:14 पी एम
- गोधूलि मुहूर्त - 06:34 पी एम से 06:57 पी एम
- संध्या मुहूर्त - 06:34 पी एम से 07:43 पी एम
- अमृत काल - 12:35 पी एम से 02:04 पी एम
आज का अशुभ मुहूर्त 8 सितंबर 2025
- राहु काल - 07:37 ए एम से 09:11 ए एम
- गुलिक काल - 01:52 पी एम से 03:26 पी एम
- यमगंड - 10:45 ए एम से 12:18 पी एम
- वर्ज्य - 04:52 ए एम, सितम्बर 09 से 06:20 ए एम, सितम्बर 09
- आडल योग - 06:03 ए एम से 08:02 पी एम
- विडाल योग - 08:02 पी एम से 06:03 ए एम, सितम्बर 09
- भद्रा - 06:02 ए एम से 12:43 पी एम
- पंचक - पूरे दिन
- दिशाशूल - पूर्व, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
8 सितंबर 2025 पर्व/त्योहार/व्रत
- सोमवार का व्रत- आज आप सोमवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान शिव को समर्पित है।
- आश्विन मास प्रारंभ - हिंदू धर्म में आश्विन मास का विशेष महत्व है, जिसमें पितृ पक्ष में श्राद्ध कर्म किया जाता है ताकि पितरों को मुक्ति और ऊर्जा मिल सके। पितृ पक्ष आश्विन माह के कृष्ण पक्ष में आता है और मान्यता है कि इस दौरान पूर्वज किसी भी रूप में घर पर आ सकते हैं। इसलिए इस पखवाड़े में प्रत्येक प्राणी का सम्मान करना और उन्हें भोजन देना चाहिए। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पितृ दोष महत्वपूर्ण है, जिसे दूर करने के लिए श्राद्ध कर्म किया जाता है। इस दौरान कोई नया काम शुरू नहीं किया जाता और यह पक्ष भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा से अमावस्या तक चलता है।
- प्रतिपदा श्राद्ध - प्रतिपदा श्राद्ध उन मृतक सदस्यों के लिए किया जाता है जिनकी मृत्यु प्रतिपदा तिथि पर हुई हो या नाना-नानी के श्राद्ध के लिए उपयुक्त माना जाता है। यदि मातृ पक्ष में श्राद्ध करने वाला कोई नहीं है या पुण्यतिथि ज्ञात नहीं है, तो भी इस तिथि पर श्राद्ध करने से उनकी आत्मा प्रसन्न होती है। इसे पड़वा श्राद्ध भी कहा जाता है और पितृ पक्ष में किये जाने वाले पार्वण श्राद्ध में कुतुप, रौहिण आदि मुहूर्त शुभ माने जाते हैं। श्राद्ध के अनुष्ठान अपराह्न काल तक पूरे कर लेने चाहिए और अंत में तर्पण किया जाता है, जिससे घर में सुख-समृद्धि आती है।
8 सितंबर 2025/आज के उपाय
- सोमवार के उपाय - सोमवार के दिन भगवान शिव और चंद्रमा की पूजा करने से जीवन में सुख, शांति और मानसिक स्थिरता की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान शिव को जल, बेलपत्र और दूध अर्पित करना शुभ माना जाता है। सोमवार के उपायों में शिव मंत्रों का जाप करना, शिव चालीसा का पाठ करना और भगवान शिव की आराधना करना शामिल है। इन उपायों को करने से चंद्रमा और शिव ग्रह की स्थिति में सुधार होता है और जीवन में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं। सोमवार के दिन विशेष रूप से सफेद वस्त्र, चावल और दूध का दान करना लाभदायक होता है।
- आश्विन मास उपाय - आश्विन माह में पितरों का श्राद्ध और तर्पण करना अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिससे पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस माह में शारदीय नवरात्र के दौरान मां दुर्गा की विधिवत पूजा-अर्चना करें, रोजाना दुर्गा सप्तशती का पाठ करें और व्रत रखें। इसके अलावा स्नान, दान-पुण्य का विशेष महत्व है, इसलिए गरीब लोगों में अन्न, वस्त्र और धन का दान करें।
- प्रतिपदा श्राद्ध उपाय - श्राद्ध तिथि पर सूर्योदय से दिन के 12 बजकर 24 मिनट तक श्राद्ध करना चाहिए। इसके लिए घर की सफाई करें, गंगाजल और गौमूत्र छिड़कें। साथ ही दक्षिण दिशा में मुंह रखकर तर्पण करें। घर के आंगन में रंगोली बनाएं, महिलाएं शुद्ध होकर पितरों के लिए भोजन बनाएं और श्रेष्ठ ब्राह्मण को निमंत्रित कर भोजन कराएं। पितरों के निमित्त अग्नि में गाय के दूध से बनी खीर अर्पण करें और पंचबलि निकालें। ब्राह्मण को भोजन कराने के बाद दक्षिणा और सामग्री दान करें, जिसमें गौ, भूमि, तिल, स्वर्ण आदि शामिल हैं। श्राद्ध में सफेद फूलों का उपयोग करें। दूध, गंगाजल, शहद, सफेद कपड़े, अभिजित मुहूर्त और तिल का विशेष महत्व है।