जिसके जीवन मैं मिला सत्संग हैं,
उसे हर घड़ी आनंद ही आनंद है ।
जिसे जीवन मैं मिला सत्संग हैं,
उसे हरदम आनंद ही आनंद है ।
जिसे जीवन मैं मिला सत्संग हैं,
उसे हरदम आनंद ही आनंद है ।
जिसका हरी से जुड़ा संबंध हैं,
उसे हर घड़ी आनंद ही आनंद है ।
जिसका हरी से जुड़ा संबंध हैं,
उसे हर घड़ी आनंद ही आनंद है ।
सूरदास मीरा कबीरा ने गया,
तुलसी नानक ने भी दर्शन पाया ।
सूरदास मीरा कबीरा ने गया,
तुलसी नानक ने भी दर्शन पाया ।
जिसके हृदय मे राम नाम बंद है,
जिसके हृदय मे राम नाम बंद है,
उसे हर घड़ी आनंद ही आनंद है ।
उसे हर घड़ी आनंद ही आनंद है ।
जिसके जीवन मैं मिला सत्संग हैं,
उसे हर घड़ी आनंद ही आनंद है ।
जिसका जीवन सच्चाई में ढाल गया,
उसके पापों का पर्वत भी ढाल गया,
उसके रोम रोम मे बस गोविंद ही गोविंद ।
संत और ऋषियो की वाणी को मानो,
तत्व क्या है जगत का ये मन मे पहचानो ।
जिसका चौरासी कट जाए फंद है
उसे हर घड़ी आनंद ही आनंद है ।
जिसे जीवन मैं मिला सत्संग हैं,
उसे हरदम आनंद ही आनंद है ।
जिसे जीवन मैं मिला सत्संग हैं,
उसे हरदम आनंद ही आनंद है ।
जिसे स्वर्ग जाने की इच्छा नहीं है
जिसे मुक्ति पाने की इच्छा नहीं है
उसे ही मिलता यहाँ परमानंद है
उसे हर घड़ी आनंद ही आनंद है ।
जिसे जीवन मैं मिला सत्संग हैं,
उसे हरदम आनंद ही आनंद है ।
जिसे जीवन मैं मिला सत्संग हैं,
उसे हरदम आनंद ही आनंद है ।
माघ माह की अमावस्या का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। इस दिन लोग पूजा-अर्चना और पितरों की पूजा में भाग लेते हैं। मौनी अमावस्या के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से पुण्य प्राप्ति होती है और पितरों का आशीर्वाद मिलता है।
2025 में उदयातिथि के अनुसार, 30 जनवरी 2025 को माघ गुप्त नवरात्रि की शुरुआत होगी और 7 फरवरी 2025 को गुप्त नवरात्रि का समापन होगा। ऐसे में माघ गुप्त नवरात्र की शुरुआत 30 जनवरी से होगी।
साल में दो बार गुप्त नवरात्र मनाया जाता है। गुप्त नवरात्र मां दुर्गा को समर्पित पर्व है। इस दौरान लोग 10 महाविद्याओं की उपासना करते हैं। साथ ही जीवन में सुख-समृद्धि में वृद्धि के लिए व्रत भी किया जाता है।
हिंदू धर्म में नवरात्रि का त्योहार देवी माँ के विभिन्न रूपों की पूजा करने हेतु मनाया जाता है। यहां, नवरात्रि शब्द में 'नव' का अर्थ नौ और 'रात्रि' का अर्थ है रातें। इन नौ रातों में देवी मां के विभिन्न स्वरूपों की पूजा की जाती है। हालांकि, 4 नवरात्रियों में से एक माघी नवरात्रि गृहस्थ लोगों के लिए नहीं होती है।