Mangalwar Daan: हिंदू धर्म में सप्ताह के हर दिन का विशेष महत्व होता है। मंगलवार का दिन मंगल ग्रह और भगवान हनुमान जी को समर्पित माना जाता है। यह दिन साहस, पराक्रम, स्वास्थ्य और कर्ज मुक्ति से जुड़ा होता है। मान्यता है कि इस दिन यदि श्रद्धा और सही नियमों के साथ दान किया जाए तो जीवन में कई प्रकार की बाधाएं दूर हो सकती हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि मंगलवार के दिन क्या-क्या दान करना चाहिए और उसका क्या महत्व होता है।
1. लाल वस्त्र और सिंदूर का दान
मंगलवार के दिन लाल रंग का विशेष महत्व होता है क्योंकि यह दिन मंगल ग्रह का है और इसका रंग लाल है। इस दिन गरीबों को लाल वस्त्र दान करना अत्यंत शुभ माना जाता है। साथ ही, हनुमान जी को सिंदूर बहुत प्रिय है। इस दिन आप मंदिर में सिंदूर चढ़ाने के साथ किसी ब्राह्मण या हनुमान भक्त को सिंदूर भी दान कर सकते हैं।
2. मसूर दाल और गुड़ का दान
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मंगलवार के दिन मसूर की दाल और गुड़ का दान करने से शनि, राहु और मंगल दोष में राहत मिलती है। अगर किसी जातक की कुंडली में मंगल दोष है या कर्ज से परेशान है तो ऐसे में उनके लिए यह उपाय बहुत फलदायी साबित हो सकता है। ये चीजें हनुमान जी को चढ़ाने के बाद गरीबों में बांट दें।
3. तांबा या तांबे के पात्र
मंगल ग्रह का धातु तांबा होता है। इस कारण मंगलवार को तांबे का पात्र, तांबे की अंगूठी या तांबे की कोई वस्तु दान करना शुभ फल देता है। यह कर्ज मुक्ति और शारीरिक बल बढ़ाने में सहायक माना जाता है।
4. लाल फल और मिठाई
मंगलवार के दिन लाल रंग के फल जैसे अनार, सेब, या लाल मिठाइयों जैसे बर्फी या बूंदी का दान करना भी लाभकारी होता है। आप इन चीजों को हनुमान जी को चढ़ाकर जरूरतमंदों में बांट सकते हैं। मान्यता है कि इससे रोग दोष से मुक्ति मिलती है।
5. तेल और चप्पल का दान
मंगलवार के दिन तेल और चप्पल का दान भी विशेष फलदायी होता है, विशेष रूप से शनि दोष से पीड़ित लोगों के लिए। किसी गरीब को सरसों का तेल और पहनने योग्य चप्पल देने से जीवन में स्थिरता आती है और यात्रा में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं।
मंगलवार का दान जीवन से नकारात्मकता को हटाकर सकारात्मक ऊर्जा लाता है। यह दिन साहस और पराक्रम से जुड़ा है, इसलिए इस दिन किया गया दान आपके मनोबल को भी बढ़ाता है। साथ ही, इससे हनुमान जी की कृपा भी बरसती है।
कीर्तन रचो है म्हारे आंगने,
आओ-आओ गौरा जी रा लाल,
किस विधि वंदन करू तिहारो,
औघड़दानी त्रिपुरारी
करो कृपा कुछ ऐसी,
तेरे दर आता रहूँ,
कारोबार मेरो बालाजी चलावे,
मेरी बैलेंस शीट बालाजी बणावे,