चैत्र नवरात्रि के आठवें दिन मां दुर्गा के आठवें स्वरूप महागौरी की पूजा की जाती है। देवी महागौरी को शक्ति, समृद्धि और पवित्रता का प्रतीक कहा गया है। मां का नाम उनके रंग के आधार पर रखा गया है, जो अत्यंत ही शुभ और तेजस्वी हैं। उनकी आराधना से जीवन सुख-शांति बनी रहती है और सकारात्मकता का वास होता है।
चैत्र नवरात्रि के आठवें दिन की पूजा सफल करने के लिए यह सभी समग्री अवश्य अपने घर पर रखें।
देवी दुर्गा का आठवां स्वरूप शक्ति, संपूर्णता और पवित्रता का प्रतीक है, जो नंदी बैल पर विराजमान रहती है। हाथ में त्रिशूल तथा डमरू धारण करती है जो शक्ति और संतुलन को दर्शाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मां महागौरी की पूजा से मन को शांति मिलती है और भक्त रोग रहित हो जाते हैं। साथ ही, जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है, जिससे भक्त अपने हर कार्य में सफल होते हैं। चैत्र नवरात्रि पर विधिवत रूप से मां महागौरी की पूजा करें और उनके फलदायक आशीर्वाद से जीवन को सफल बनाएं।
श्री मातेश्वरी जय त्रिपुरेश्वरी।
राजेश्वरी जय नमो नमः॥
जय जय तुलसी माता, सब जग की सुखदाता,
सब योगों के ऊपर, सब रोगों के ऊपर,
जयति जय गायत्री माता, जयति जय गायत्री माता।
सत् मारग पर हमें चलाओ, जो है सुखदाता॥
मंगल की सेवा, सुन मेरी देवा, हाथ जोड़ तेरे द्वार खड़े।
पान सुपारी, ध्वजा, नारियल, ले ज्वाला तेरी भेंट करे॥