Logo

चैत्र नवरात्रि में ऐसे दूर करें वास्तु दोष

चैत्र नवरात्रि में ऐसे दूर करें वास्तु दोष

Chaitra Navratri Vastu Upay: चैत्र नवरात्रि में वास्तु दोष से मिल सकती है मुक्ति, अपनाएं ये शुभ उपाय


भक्त वत्सल इस लेख के माध्यम से आपको बता रहा है कि चैत्र नवरात्रि के दौरान यदि घर में सही दिशा में मां दुर्गा की पूजा-अर्चना और विशेष उपाय किए जाएं तो नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और वास्तु दोष समाप्त हो सकता है। जानें नवरात्रि में किए जाने वाले शुभ उपाय।

  • अखंड ज्योत जलाने का महत्व: वास्तु शास्त्र में अखंड ज्योत को बहुत प्रभावशाली उपाय माना गया है। नवरात्रि में घर के दक्षिण-पूर्व दिशा (अग्नि कोण) में अखंड ज्योत जलाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और शुभ फल प्राप्त होते हैं।
  • दीपक का सही स्थान: पूजा स्थल में घी का दीपक जलाकर उसे दाहिनी ओर रखें. ऐसा करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है और वास्तु दोष समाप्त होता है।
  • संध्या आरती में दीपदान: नवरात्रि के दौरान संध्या आरती में दीपदान करें और घर के मुख्य द्वार पर एक दीपक जलाएं. इससे नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

वास्तु दोष दूर करने के अन्य महत्वपूर्ण उपाय


  • तुलसी का पौधा लगाएं: तुलसी का पौधा घर में नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करता है। नवरात्रि के दौरान तुलसी को नियमित रूप से जल अर्पित करें और दीपक जलाएं।
  • सात प्रकार के अनाज का दान: यदि घर में लगातार धन की समस्या बनी हुई है, तो नवरात्रि के दौरान सात प्रकार के अनाज (गेहूं, चावल, मूंग, उड़द, मसूर, चना और जौ) का दान करें. इससे घर की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
  • मंत्र जाप करें: नवरात्रि के दौरान "सर्वमङ्गलमाङ्गल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके। शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोऽस्तुते॥" मंत्र का जाप करें। यह मंत्र जीवन में हर प्रकार की समस्या को दूर करने में सहायक माना जाता है।

वास्तु दोष दूर करने के लिए कलश स्थापना के उपाय


  • वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में नकारात्मकता को दूर करने और सकारात्मकता लाने के लिए नवरात्रि के दौरान कुछ खास उपाय किए जा सकते हैं. यदि आपके घर में बार-बार परेशानी आ रही है या आर्थिक समस्याएं बनी हुई हैं, तो नवरात्रि के पहले दिन ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) में मां दुर्गा की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें. इससे घर में शांति और समृद्धि बनी रहती है.
  • नवरात्रि के पहले दिन विधिपूर्वक कलश स्थापना करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है. कलश को घर के पूजा स्थल के पूर्व दिशा में रखें और उसमें गंगाजल, सुपारी, सिक्का और आम के पत्ते डालें.
  • अगर घर में बार-बार क्लेश हो रहा है या पारिवारिक सदस्यों में तनाव रहता है, तो नवरात्रि में विधिपूर्वक दुर्गा सप्तशती का पाठ करें और मां के मंत्रों का जाप करें.

चैत्र नवरात्रि 2025: कब है शुभ मुहूर्त और तिथियां?


  • चैत्र नवरात्रि का प्रारंभ हिन्दू पंचांग के अनुसार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होता है. यह नौ दिनों तक चलता है, जिसमें मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है.
  • इस बार चैत्र नवरात्रि 30 मार्च 2025 से शुरू होकर 6 अप्रैल 2025 तक चलेगा. नवरात्रि की शुरुआत के पहले दिन कलश स्थापना की जाती है, जिसे बहुत ही शुभ और पवित्र माना जाता है.
  • यदि इस दौरान वास्तु के अनुसार कुछ विशेष नियमों का पालन किया जाए, तो घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और सुख-समृद्धि बनी रहती है.

........................................................................................................
भभूती रमाये बाबा भोले नाथ आए(Bhabhuti Ramaye Baba Bholenath Aaye)

भभूती रमाये बाबा भोले नाथ आए,
भोले नाथ आए बाबा डमरू बजाए,

भादी मावस है आई(Bhadi Mawas Hain Aai)

भादी मावस है आई,
भक्ता मिल ज्योत जगाई,

भक्तों के घर कभी, आजा शेरावाली (Bhakton Ke Ghar Kabhi Aaja Sherawali)

भक्तों के घर कभी,
आजा शेरावाली,

भक्तो के घर कभी आओ माँ (Bhakton Ke Ghar Kabhi Aao Ma)

भक्तो के घर कभी आओ माँ,
आओ माँ आओ माँ आओ माँ,

यह भी जाने

संबंधित लेख

HomeAartiAartiTempleTempleKundliKundliPanchangPanchang