हिंदू पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा तिथि का अत्यंत धार्मिक महत्व है। यह दिन पूजा-पाठ, व्रत, स्नान और दान के लिए विशेष फलदायी माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि ज्येष्ठ पूर्णिमा पर भगवान विष्णु और चंद्रदेव की आराधना से मन को शांति, जीवन में सुख-समृद्धि और मानसिक संतुलन प्राप्त होता है। वर्ष 2025 में उदया तिथि के अनुसार, पूजा और व्रत 11 जून को किया जाएगा। इस दिन सत्यनारायण कथा और विशेष पूजन जैसे उपायों का भी अत्यंत महत्व होता है।
ज्येष्ठ पूर्णिमा पर सत्यनारायण व्रत कथा का पाठ या श्रवण करें। घर में कथा के समय धूप, दीप और फल-फूल अर्पित करें। कथा के बाद प्रसाद वितरण करें।
आज 10 फरवरी 2025 माघ माह का 28वां दिन का है और आज इस पंचांग के अनुसार माघ माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी और चतुर्दशी तिथियां एक साथ पड़ रही है। वहीं आज सोमवार का दिन है।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जारी महाकुंभ में अमृत स्नान के बाद अखाड़े अब वापसी करने की तैयारी कर रहे हैं। सभी महाशिवरात्रि तक गंगा घाट पर डेरा डालेंगे। इसके साथ ही काशी में वह प्रमुख तिथियों पर भगवान विश्वनाथ का दर्शन करेंगे।
माघ पूर्णिमा के बाद फाल्गुन माह की शुरुआत होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार यह हिंदू वर्ष का अंतिम महीना होता है। इसके उपरांत हिंदूनववर्ष आ जाएगा। फाल्गुन के महीने को फागुन का महीना भी कहा जाता है। इस महीने महाशिवरात्रि और होली जैसे बड़े त्योहार मनाए जाते हैं।
महाकुंभ का अगला पवित्र स्नान माघ पूर्णिमा के दिन 12 फरवरी को है। पूर्णिमा के दिन स्नान और दान को हमेशा से हिंदू धर्म में शुभ माना गया है।हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि का बहुत ज्यादा महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी और चंद्र देव की पूजा का विधान है।