श्रावण मास का प्रत्येक सोमवार धार्मिक दृष्टि से अत्यंत फलदायी माना गया है, लेकिन जब सोमवार के दिन एकादशी जैसे पुण्यदायी व्रत का संयोग बने, तो यह दिन दुर्लभ और चमत्कारी माना जाता है। वर्ष 2025 में सावन का दूसरा सोमवार 21 जुलाई को पड़ेगा, और इसी दिन कामिका एकादशी भी मनाई जाएगी। यह संयोग अत्यंत लाभदायक है क्योंकि इस दिन वृद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग का भी विशेष मेल बन रहा है।
हिंदू धर्म में कुंभ मेले का अत्यधिक महत्व है। इसे विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन माना जाता है। इस वर्ष महाकुंभ मेला 13 जनवरी से प्रारंभ हो रहा है और 26 फरवरी को समाप्त होगा।
महाकुंभ मेला हिंदू धर्म का एक अत्यंत पवित्र और ऐतिहासिक आयोजन है, जो 12 साल में एक बार होता है। वर्ष 2025 में यह मेला प्रयागराज में आयोजित हो रहा है, जहां लाखों श्रद्धालु मोक्ष की प्राप्ति के लिए पवित्र स्नान करेंगे।
हिंदू तिथि के अनुसार, हर 12 साल में पौष पूर्णिमा के स्नान पर्व के साथ महाकुंभ की शुरुआत होती है और महाशिवरात्रि पर खत्म होता है।
प्रयागराज, धर्म और आस्था की पवित्र नगरी, इन दिनों महाकुंभ की तैयारियों में जुटी है। संगम नगरी में लगने वाले इस महोत्सव में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु स्नान और पूजा के लिए पहुंचने वाले हैं। इस धार्मिक आयोजन के दौरान प्रयागराज के प्रमुख घाटों के साथ-साथ यहां के ऐतिहासिक और पौराणिक मंदिरों के दर्शन करना भी एक खास अनुभव होता है।