November 2025 Vrat Tyohar: उत्पन्ना एकादशी से लेकर दर्श अमावस्या तक, नवंबर के तीसरे हफ्ते में पड़ेंगे ये त्योहार
अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से नवंबर साल का 11वां महीना होता है। नवंबर का तीसरा हफ्ता विभिन्न व्रत और त्योहारों के मामले में सामान्य रहने वाला है। इस हफ्ते में उत्पन्ना एकादशी, मासिक शिवरात्रि, दर्श अमावस्या और अन्य शामिल हैं। ये व्रत न केवल हमारी सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा हैं, बल्कि हमारे जीवन को अध्यात्मिक और धार्मिक मूल्यों से भी भरते हैं। आइए इस आर्टिकल में नवंबर के तीसरे हफ्ते में पड़ने वाले इन महत्वपूर्ण त्योहारों के बारे में जानते हैं। साथ ही उनके धार्मिक महत्व को समझते हैं।
15 से 21 नवंबर 2025 के व्रत-त्योहार
- 15 नवंबर 2025- उत्पन्ना एकादशी
- 16 नवंबर 2025- कोई व्रत और त्योहार नहीं
- 17 नवंबर 2025- मण्डलाकाल पूजा प्रारम्भ, सोम प्रदोष व्रत
- 18 नवंबर 2025- मासिक शिवरात्रि
- 19 नवंबर 2025- दर्श अमावस्या
- 20 नवंबर 2025- कोई व्रत और त्योहार नहीं
- 21 नवंबर 2025- कोई व्रत और त्योहार नहीं
15 नवंबर 2025 के व्रत और त्योहार
15 नवंबर 2025 के व्रत और त्योहारों के बारे में यहां पूरी जानकारी दी गई है:
- शनिवार का व्रत - आज आप शनिवार का व्रत रख सकते हैं, जो शनि देव को समर्पित है।
- उत्पन्ना एकादशी - मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि पर उत्पन्ना एकादशी मनाई जाती है, जिसमें भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की उपासना की जाती है। साथ ही जीवन के दुखों से मुक्ति पाने के लिए व्रत किया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन दान करने से व्यक्ति को कभी भी अन्न और धन की कमी नहीं होती है। साथ ही यह दिन भक्तों के लिए अत्यधिक पुण्य प्राप्त करने का अवसर होता है।
16 नवंबर 2025 के व्रत और त्योहार
- रविवार का व्रत - आज आप रविवार का व्रत रख सकते हैं, जो सूर्य देव को समर्पित है।
17 नवंबर 2025 के व्रत और त्योहार
17 नवंबर 2025 के व्रत और त्योहारों के बारे में यहां पूरी जानकारी दी गई है:
- सोमवार का व्रत - आज आप सोमवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान शिव को समर्पित है।
- मण्डलाकाल पूजा प्रारम्भ - मण्डला पूजा सबरीमाला अय्यप्पा मन्दिर में एक महत्वपूर्ण आयोजन है, जो धनु मासम के 11वें या 12वें दिन मनाया जाता है। यह भगवान अय्यप्पा के भक्तों द्वारा की जाने वाली 41 दिवसीय तपस्या का अंतिम दिन है, जो वृश्चिकम मासम के पहले दिन से शुरू होता है। मण्डला पूजा और मकर विलक्कु सबरीमाला के सबसे लोकप्रिय उत्सव हैं, जिनके दौरान मंदिर भक्तों के लिए अधिकांश दिनों तक खुला रहता है।
- सोम प्रदोष व्रत - प्रदोष व्रत चन्द्र मास की दोनों त्रयोदशी के दिन किया जाता है, जिसमें एक शुक्ल पक्ष और दूसरा कृष्ण पक्ष होता है। यह व्रत भगवान शिव की पूजा के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है, खासकर जब त्रयोदशी तिथि और प्रदोष काल साथ-साथ होते हैं। सोम प्रदोष व्रत, जो सोमवार को पड़ता है, भगवान शिव के प्रिय व्रतों में से एक है। यह व्रत मानसिक शान्ति, वैवाहिक सुख और पारिवारिक समृद्धि के लिए श्रेष्ठ होता है। साथ ही चन्द्रदेव से सम्बन्धित अशुभ योगों के निवारण और दाम्पत्य जीवन में प्रेम और मधुरता की वृद्धि के लिए भी उपयुक्त माना जाता है।
18 नवंबर 2025 के व्रत और त्योहार
18 नवंबर 2025 के व्रत और त्योहारों के बारे में यहां पूरी जानकारी दी गई है:
मंगलवार का व्रत - आज आप मंगलवार का व्रत रख सकते हैं, जो हनुमान जी को समर्पित है।
मासिक शिवरात्रि - महाशिवरात्रि भगवान शिव और शक्ति के मिलन का विशेष पर्व है, जो हर साल फाल्गुन या माघ माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव लिंग के रूप में प्रकट हुए थे और भगवान विष्णु के साथ ही ब्रह्माजी ने उनकी पूजा की थी। महाशिवरात्रि भगवान शिव के जन्मदिवस के रूप में मनाई जाती है और श्रद्धालु इस दिन शिवलिंग की पूजा-अर्चना करते हैं। मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से भगवान शिव की कृपा से कठिन कार्य भी पूरे हो सकते हैं। इस व्रत को विवाहित जीवन में सुख-शांति और विवाह की कामना के लिए भी किया जाता है। मंगलवार के दिन पड़ने वाली शिवरात्रि विशेष शुभ मानी जाती है। शिवरात्रि की पूजा मध्य रात्रि में निशिता काल के दौरान की जाती है, जो भगवान शिव के भोले-भाले स्वभाव को दर्शाती है।
19 नवंबर 2025 के व्रत और त्योहार
19 नवंबर 2025 के व्रत और त्योहारों के बारे में यहां पूरी जानकारी दी गई है:
- बुधवार का व्रत - आज आप बुधवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान गणेश को समर्पित है।
- दर्श अमावस्या - हिंदू धर्म में दर्श अमावस्या पितरों को समर्पित एक महत्वपूर्ण तिथि है, जिसमें रात के समय विशेष उपाय किए जाते हैं। ये उपाय जीवन में सुख-समृद्धि लाने और बिगड़े कामों को बनाने में प्रभावी माने जाते हैं। दर्श अमावस्या की रात में किए जाने वाले उपाय पितरों का आशीर्वाद प्राप्त करने, नकारात्मकता को दूर करने और चंद्र दोष को शांत करने से संबंधित होते हैं, जो रुके हुए कार्यों को गति देते हैं और जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाते हैं।
20 नवंबर 2025 के व्रत और त्योहार
20 नवंबर 2025 के व्रत और त्योहारों के बारे में यहां पूरी जानकारी दी गई है:
- गुरूवार का व्रत - आज आप गुरूवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान विष्णु को समर्पित है।
21 नवंबर 2025 के व्रत और त्योहार
21 नवंबर 2025 के व्रत और त्योहारों के बारे में यहां पूरी जानकारी दी गई है:
- शुक्रवार का व्रत- आज आप शुक्रवार का व्रत रख सकते हैं, जो माता लक्ष्मी को समर्पित है।