Aaj Ka Panchang 14 April 2025: आज 14 अप्रैल 2025 वैशाख माह का दूसरा दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार वैशाख माह के कृष्ण पक्ष तिथि प्रतिपदा है। आज सोमवार का दिन है। इस तिथि पर वज्र योग रहेगा। वहीं चंद्रमा तुला राशि में रहेंगे। आपको बता दें, आज सोमवार के दिन अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 56 मिनट से दोपहर 12 बजकर 47 मिनट तक रहेगा। इस दिन राहुकाल सुबह 07 बजकर 33 मिनट से सुबह 09 बजकर 09 मिनट तक रहेगा। आज वार के हिसाब से आप सोमवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान शिव को समर्पित होता है। साथ ही आज मेष संक्रांति है, विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग नामों से मनाया जाता है, जैसे कि असम में बिहू और पंजाब में वैसाखी के रूप में। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है।
वैशाख कृष्ण पक्ष प्रतिपदा तिथि प्रारंभ - 13 अप्रैल प्रात:काल 05:51 बजे
वैशाख कृष्ण पक्ष प्रतिपदा तिथि समाप्त - 14 अप्रैल सुबह 08:25 बजे
नोट- हिंदू धर्म में उदयातिथि मान्य होती है। वैशाख कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि का प्रारंभ 13 अप्रैल को उदयातिथि में हुआ इसलिए 13 अप्रैल को प्रतिपदा तिथि रही। साथ ही इसका समापन 14 अप्रैल 8 बजकर 25 मिनट पर हो रहा है, इसलिए उदयातिथि की मान्यता के अनुसार 14 अप्रैल को भी प्रतिपदा तिथि ही रहेगी।
14 अप्रैल को वज्र योग बन रहा है। वज्र की पहली 3 घटी को सभी अच्छे कार्यों के लिये अशुभ माना जाता है। इसीलिये प्रारम्भ की 3 घटी अच्छे मुहूर्त में वर्जित हैं। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से आपको अपने जीवन में सफलता, समृद्धि, और सुख की प्राप्ति हो सकती है। आज के दिन दान-पुण्य करने से आपको पुण्य मिलेगा और आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे।
आज स्वाती नक्षत्र है। स्वाती को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये श्रेष्ठ माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है। साथ ही वैशाख माह चल रहा है। वैशाख का महीना भगवान विष्णु को समर्पित होता है, इसलिए इस माह श्री हरि की पूजा विधिवत करे। साथ ही आज वार कि हिसाब से आप भगवान शिव की पूजा कर सकते हैं।
पौष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को पुत्रदा या वैकुंठ एकादशी भी कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन पुत्र या संतान प्राप्ति के लिए उपाय करने से सफलता मिलती है। मान्यता है कि पुत्रदा एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
सनातन धर्म में बैकुंठ एकादशी का विषेश महत्व है। इस पवित्र दिन पर भगवान श्री हरि विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। साथ मान्यता है कि इस दिन व्रत करने से व्यक्ति को मृत्यु उपरांत बैकुंठ धाम में स्थान मिलता है।
धार्मिक मान्यता है कि मासिक दुर्गाष्टमी के दिन सच्चे मन से मां दुर्गा की पूजा-अर्चना और व्रत करने से जातक की हर मनोकामना पूरी होती है। इस दिन दुर्गा चालीसा का पाठ जरूर करना चाहिए।
वो राम धुन में मगन है रहते,
लगन प्रभु की लगा रहे है,