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नौकरी प्राप्ति पूजा विधि

नौकरी प्राप्ति पूजा विधि

Naukri Prapti Puja Vidhi: नौकरी प्राप्ति के लिए करें ये पूजा, मिलेंगे कई लाभ; जानें पूरी पूजा प्रक्रिया  



भारत देश में बेरोजगारी बड़ी समस्या है। इसका कारण नौकरियों का न होना है। इसी कारण से  आज के समय में एक अच्छी नौकरी पाना बहुत से लोगों की जरूरत है। सभी अपने घर का पालन पोषण करने के लिए नौकरी की तलाश में हैं।शिक्षा और मेहनत के बावजूद कई बार नौकरी मिलने में देरी होती है या मनचाही सफलता नहीं मिलती। इसी कारण से कई लोग आध्यात्म का सहारा लेते हैं। और नौकरी प्राप्ति के लिए पूजा करते हैं। यह विशेष पूजा उन्हें मनपसंद नौकरी पाने में मदद करती है। इससे उनका आत्मविश्वास भी बढ़ता है और वे करियर में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित होते हैं। चलिए आपको नौकरी प्राप्त करने के लिए होने वाली पूजा की विधि, लाभ और प्रक्रिया के बारे में बताते हैं।


नौकरी प्राप्ति पूजा की प्रक्रिया 



  1. आम तौर पर बुधवार, गुरुवार और रविवार को यह पूजा करना शुभ माना जाता है।
  2. वहीं अक्षय तृतीया, बसंत पंचमी, दीपावली और पूर्णिमा जैसे शुभ अवसरों पर यह पूजा करने से शीघ्र फल  की प्राप्ती होती है।
  3. सबसे पहले प्रथम पूज्य भगवान गणेश की पूजा करें। इसके बाद माता लक्ष्मी और हनुमान जी की पूजा करें।
  4. इसके बाद अपनी नौकरी की इच्छा बताएं और भगवानों को धूप, दीप, अक्षत, रोली, चावल, फल और मिठाई अर्पित करें।अंत में प्रसाद वितरण करें।
  5. गुरुवार पीले वस्त्र पहनकर भगवान विष्णु का ध्यान करना भी नौकरी प्राप्त करने में मददगार होता है।  हालांकि पूजा नियमित होनी चाहिए।

विशेष बातें


रिजेक्शन मिलेंगे, लेकिन सकारात्मक रहे। भगवान ने आपके लिए कुछ अच्छा लिखा है।इसके अलावा  खुद से भी नौकरी के लिए प्रयास करते रहे और अपनी मेहनत में कमी न आने दे।


नौकरी प्राप्ति पूजा का महत्व 


कई बार सफलता पाने के लिए सिर्फ मेहनत और योग्यता जरूरी नहीं होती है। , बल्कि कई बार किस्मत और सकारात्मक ऊर्जा की भी आवश्यकता होती है। भारतीय परंपरा में भी  माना जाता है कि जब कोई व्यक्ति पूरे श्रद्धा और समर्पण के साथ पूजा करता है, तो उसे भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होता है और सफलता के मार्ग खुलते हैं।इसी कारण से बहुत से लोग नौकरी प्राप्त करने के लिए पूजा करते हैं।

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गुड़ी पड़वा 2025 कब है

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गुड़ी पड़वा मुख्य रूप से चैत्र माह में नवरात्रि की प्रतिपदा के दिन मनाया जाता है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार इसी दिन से नववर्ष की शुरुआत भी होती है। इस साल गुड़ी पड़वा 30 मार्च, रविवार को मनाई जाएगी और इसी दिन चैत्र नवरात्रि भी शुरू होगी।

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