भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को हर साल गणेश चतुर्थी का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। भगवान गणेश को विघ्नहर्ता और मंगलकारी देवता माना गया है। मान्यता है कि उनके पूजन से जीवन की हर बाधा दूर होती है और घर-परिवार में सुख-समृद्धि आती है। इस साल गणेश चतुर्थी का शुभ पर्व 27 अगस्त 2025 को मनाया जाएगा। खास बात यह है कि इस बार बप्पा के आगमन पर कई दुर्लभ योग बन रहे हैं, जो 10 दिनों तक चलने वाले गणेश उत्सव को और भी खास बना देंगे।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब भी किसी बड़े पर्व के दौरान शुभ योग और ग्रहों की युति बनती है तो उसका असर भक्तों के जीवन पर सीधा दिखाई देता है। गणेश चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दशी तक कई विशेष योग बन रहे हैं। इनमें रवि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, ब्रह्म योग, त्रिपुष्कर योग, इंद्र योग और लक्ष्मी योग प्रमुख हैं। इसके साथ ही सूर्य-केतु और चंद्र-मंगल की युति कई राशियों के लिए समृद्धि और सफलता लेकर आने वाली है।
इन संयोगों का असर खासतौर पर दो राशियों पर बेहद शुभ माना जा रहा है।
तुला राशि वालों के लिए यह गणेश उत्सव सफलता की नई राह खोलेगा। करियर में तरक्की के योग बन रहे हैं और व्यापार में रुके हुए काम पूरे हो सकते हैं। आर्थिक परेशानियां धीरे-धीरे खत्म होंगी और जीवन में स्थिरता आएगी। अविवाहित जातकों के विवाह की संभावना प्रबल रहेगी।
कुंभ राशि के जातकों के लिए भी यह समय सुनहरे अवसर लेकर आ रहा है। नौकरी में प्रमोशन या नई जॉब मिलने के योग बन सकते हैं। लंबे समय से चल रही आर्थिक रुकावटें दूर होंगी और पैसों से जुड़ी चिंताएं कम होंगी। घर के नवीनीकरण या नया घर बनाने का संयोग भी दिखाई देता है। परिवार के साथ रिश्ते मधुर होंगे और मानसिक शांति का अनुभव मिलेगा।