Logo

ज्येष्ठ 2025 में कार्तिगाई कब है

ज्येष्ठ 2025 में कार्तिगाई कब है

Masik Karthigai 2025: ज्येष्ठ महीने में कब मनाई जाएगी मासिक कार्तिगाई, जानें सही तिथि और शुभ मुहूर्त 


हिंदू पंचांग के अनुसार, हर महीने आने वाली मासिक कार्तिगाई तिथि का विशेष धार्मिक महत्व होता है। विशेष रूप से दक्षिण भारत में यह पर्व अत्यंत श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। यह तिथि भगवान शिव और भगवान मुरुगन को समर्पित होती है और इसे उनकी पूजा के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इस साल ज्येष्ठ महीने की मासिक कार्तिगाई 26 मई को मनाई जाएगी, जो सोमवार के दिन पड़ रही है।


25 मई की रात से कार्तिगाई पर्व का मुहूर्त होगा शुरू 

ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर मासिक कार्तिगाई का पर्व मनाया जाता है। इस साल यह तिथि 25 मई की रात से 26 मई की दोपहर 12:11 बजे तक रहेगी। लेकिन सूर्योदय तिथि के अनुसार, यह पर्व 26 मई को मनाया जाएगा। 


सुबह 7 बजे तक रहेगा शोभन योग

इस साल शोभन योग बन रहा है, जिसे शुभ कार्यों के लिए अत्यंत अनुकूल माना जाता है। पंचांग के अनुसार, शोभन योग सोमवार, 26 मई को सुबह 07:02 बजे तक रहेगा। 

इस समय में भगवान शिव और भगवान मुरुगन की पूजा करना अत्यंत फलदायी माना जाता है। इस दिन भक्त उपवास रखते हैं और दीप प्रज्वलित करते हैं। साथ ही, मंदिरों में विशेष आरती और अभिषेक आयोजन किया जाता हैं।


मासिक कार्तिगाई को कहा जाता है दीपों का पर्व

  • मासिक कार्तिगाई विशेष रूप से भगवान मुरुगन ‘कार्तिकेय’ की पूजा से जुड़ा हुआ एक पर्व है, जो दक्षिण भारत में विशेष रूप से तमिलनाडु में मनाया जाता है।
  • यह पर्व भगवान शिव के भक्तों के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि चतुर्दशी तिथि के कारण इसे शिव आराधना के लिए उपयुक्त माना जाता है।
  • इस दिन को ‘दीपों का पर्व’ भी कहा जाता है। तमिल संस्कृति में, कार्तिगई दीपम पर्व, विशेष रूप से मुरुगन मंदिरों में दीपों की कतार लगाकर और आग के माध्यम से विशेष अनुष्ठान करके मनाया जाता है।

........................................................................................................
केवट राम का भक्त है(Kevat Ram Ka Bhakt Hai)

केवट राम का भक्त है
दोनों चरणों को धोना पड़ेगा,

कान्हा तेरी मुरली की, जो धुन बज जाए (Kanha Teri Murli Ki Jo Dhun Baj Jaaye)

कान्हा तेरी मुरली की,
जो धुन बज जाए,

Kewat Ne Kaha Raghurai Se Lyrics (केवट ने कहा रघुराई से)

केवट ने कहा रघुराई से,
उतराई ना लूंगा हे भगवन,

यह भी जाने

संबंधित लेख

HomeBook PoojaBook PoojaTempleTempleKundliKundliPanchangPanchang