ललिता सप्तमी को देवी ललिता त्रिपुरा सुंदरी की आराधना के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन व्रत और पूजा करने से भक्तों को सौभाग्य, स्वास्थ्य और समृद्धि प्राप्त होती है। देवी ललिता को सौंदर्य, शक्ति और सद्गुण की अधिष्ठात्री माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन उपवास रखने और श्रद्धा से देवी का पूजन करने से जीवन के कष्ट दूर होते हैं और परिवार में सुख-शांति आती है।
पंचांग के अनुसार, सप्तमी तिथि 29 अगस्त 2025, शुक्रवार को रात 08 बजकर 21 मिनट पर प्रारंभ होगी और 30 अगस्त 2025, शनिवार को रात 10 बजकर 46 मिनट पर समाप्त होगी। परंपरानुसार ललिता सप्तमी का व्रत और पूजन 30 अगस्त 2025, शनिवार के दिन मनाया जाएगा।
ललिता सप्तमी को विशेष रूप से स्त्रियों के लिए मंगलकारी माना जाता है। ऐसा विश्वास है कि इस व्रत को करने से वैवाहिक जीवन में सौहार्द बढ़ता है और संतान सुख की प्राप्ति होती है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ललिता सप्तमी का व्रत करने से देवी की कृपा से सभी प्रकार की नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं। भक्तों को यह दिन साधना, ध्यान और प्रार्थना के लिए समर्पित करना चाहिए। इसे आत्मशुद्धि और जीवन में सकारात्मकता लाने का श्रेष्ठ अवसर माना गया है।