November 2025 Vrat Tyohar: संकष्टी चतुर्थी, मासिक जन्माष्टमी और कालभैरव जयंती, नवंबर दूसरे हफ्ते के व्रत-त्योहार
अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से नवंबर साल का 11वां महीना होता है। नवंबर का दूसरा हफ्ता विभिन्न व्रत और त्योहारों के मामले में सामान्य रहने वाला है। इस हफ्ते में गणाधिप संकष्टी चतुर्थी, मासिक कृष्ण जन्माष्टमी, कालभैरव जयंती और अन्य व्रत और त्योहार है। आइए इस आर्टिकल में नवंबर के दूसरे हफ्ते में पड़ने वाले इन महत्वपूर्ण त्योहारों के बारे में जानते हैं। साथ ही उनके धार्मिक महत्व को समझते हैं।
8 से 14 नवंबर 2025 के व्रत-त्यौहार
- 8 नवंबर 2025 - गणाधिप संकष्टी चतुर्थी
- 9 नवंबर 2025 - कोई व्रत और त्योहार नहीं
- 10 नवंबर 2025 - कोई व्रत और त्योहार नहीं
- 11 नवंबर 2025 - मासिक कृष्ण जन्माष्टमी
- 12 नवंबर 2025 - कालभैरव जयंती, कालाष्टमी
- 13 नवंबर 2025 - कोई व्रत और त्योहार नहीं
- 14 नवंबर 2025 - कोई व्रत और त्योहार नहीं
8 नवंबर 2025 के व्रत और त्योहार
8 नवंबर 2025 के व्रत और त्योहारों के बारे में यहां पूरी जानकारी दी गई है:
- शनिवार का व्रत - आज आप शनिवार का व्रत रख सकते हैं, जो न्याय के देवता शनि देव को समर्पित है।
- गणाधिप संकष्टी चतुर्थी - मार्गशीर्ष माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को गणाधिप संकष्टी के रूप में मनाया जाता है, जिसमें भगवान गणेश के गणाधिप स्वरूप की पूजा अर्चना की जाती है। इस दिन एक दिवसीय उपवास का पालन किया जाता है। गणाधिप संकष्टी की कथा के अनुसार, भगवान हनुमान ने इस व्रत को करके विशाल समुद्र को लांघने की शक्ति प्राप्त की थी। इस दिन पूर्ण भक्तिभाव से गणेश जी की आराधना और उपवास करने से कठिन से कठिन मनोरथ सिद्ध हो जाते हैं।
9 नवंबर 2025 के व्रत और त्योहार
9 नवंबर 2025 के व्रत और त्योहारों के बारे में यहां पूरी जानकारी दी गई है:
- रविवार का व्रत - आज आप रविवार का व्रत रख सकते हैं, जो सूर्य देव को समर्पित है।
10 नवंबर 2025 के व्रत और त्योहार
10 नवंबर 2025 के व्रत और त्योहारों के बारे में यहां पूरी जानकारी दी गई है:
- सोमवार का व्रत - आज आप सोमवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान शिव को समर्पित है।
11 नवंबर 2025 के व्रत और त्योहार
11 नवंबर 2025 के व्रत और त्योहारों के बारे में यहां पूरी जानकारी दी गई है:
- मंगलवार का व्रत - आज आप मंगलवार का व्रत रख सकते हैं, जो हनुमान जी को समर्पित है।
- मासिक कृष्ण जन्माष्टमी - मासिक कृष्ण जन्माष्टमी व्रत का विशेष महत्त्व विभिन्न हिन्दु धर्म ग्रन्थों में बताया गया है, जैसे कि स्कन्दपुराण, पद्मपुराण, नारदपुराण, व्रतराज और हरिभक्तिविलास। इन ग्रन्थों में कहा गया है कि इस व्रत को श्रद्धा और विधिपूर्वक करने से पुण्यलोक की प्राप्ति होती है और अन्त समय में श्रीकृष्ण के परमधाम की प्राप्ति होती है। यह व्रत सांसारिक बाधाओं से मुक्ति दिलाता है, आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त करता है और भगवद्भाव, आत्मशुद्धि एवं सद्गति की प्राप्ति कराता है, विशेष रूप से भगवान श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त करने के इच्छुक भक्तों के लिए।
12 नवंबर 2025 के व्रत और त्योहार
12 नवंबर 2025 के व्रत और त्योहारों के बारे में यहां पूरी जानकारी दी गई है:
- बुधवार का व्रत - आज आप बुधवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान गणेश को समर्पित है।
- कालभैरव जयंती - सनातन धर्म में काल भैरव जयंती का बड़ा धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है, जो मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। इस शुभ दिन पर भगवान शिव के उग्र स्वरूप काल भैरव जी की पूजा की जाती है, जिससे जीवन की सभी बाधाओं का अंत होता है और घर में खुशहाली आती है। इस तिथि पर पूजा-पाठ और व्रत करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है।
- कालाष्टमी - कालाष्टमी, हर माह कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है और यह भगवान कालभैरव की पूजा का प्रमुख दिन होता है। भक्त इस दिन उपवास रखते हैं और भैरव स्वरूप की आराधना करते हैं। साल की सबसे महत्वपूर्ण कालाष्टमी को कालभैरव जयंती कहा जाता है, जो उत्तर भारत के पूर्णिमांत पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष माह और दक्षिण भारत के अमांत पंचांग के अनुसार कार्तिक माह में आती है, हालांकि तिथि एक ही होती है। यह वही दिन माना जाता है जब भगवान शिव ने कालभैरव रूप में अवतार लिया था। इसे भैरव अष्टमी के नाम से भी जाना जाता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, व्रत उसी दिन किया जाता है जब अष्टमी तिथि रात्रि में प्रबल हो, भले ही वह सप्तमी से शुरू हो रही हो।
13 नवंबर 2025 के व्रत और त्योहार
13 नवंबर 2025 के व्रत और त्योहारों के बारे में यहां पूरी जानकारी दी गई है:
- गुरूवार का व्रत - आज आप गुरूवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान विष्णु को समर्पित है।
14 नवंबर 2025 के व्रत और त्योहार
14 नवंबर 2025 के व्रत और त्योहारों के बारे में यहां पूरी जानकारी दी गई है:
- शुक्रवार का व्रत - आज आप शुक्रवार का व्रत रख सकते हैं, जो माता लक्ष्मी को समर्पित है।
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