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श्रीसोमेश्वर स्वामी मंदिर(सोमनाथ मंदिर), गुजरात (Shri Someshwara Swamy Temple (Somnath Temple), Gujarat)

श्रीसोमेश्वर स्वामी मंदिर(सोमनाथ मंदिर), गुजरात (Shri Someshwara Swamy Temple (Somnath Temple), Gujarat)

श्रीसोमेश्वर स्वामी मंदिर का महत्व


श्रीसोमेश्वर स्वामी मंदिर, गुजरात, हिंदू धर्म में एक प्रमुख स्थल है जो भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर सोमनाथ ज्योतिर्लिंग का एक महत्वपूर्ण प्रतीक है, जो हिंदू धर्म में बहुत ही प्रतिष्ठित है। इसे 'प्राचीन सोमनाथ मंदिर' भी कहा जाता है।

श्रीसोमेश्वर मंदिर का महत्व इसलिए है क्योंकि यहां भगवान शिव का ज्योतिर्लिंग स्थित है, जो हिंदू धर्म में शक्ति और पवित्रता का प्रतीक है। यहां के मंदिर में श्रद्धालु भगवान शिव की पूजा-अर्चना करते हैं और उनसे आशीर्वाद मांगते हैं।

इसके अलावा, श्रीसोमेश्वर स्वामी मंदिर को भारतीय इतिहास और संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। यह मंदिर भारतीय ऐतिहासिक घटनाओं के दौरान कई बार नुकसान पहुंचा है, लेकिन हर बार इसे पुनर्निर्माण किया गया है और यह धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण बना रहा है।

इस प्रकार, श्रीसोमेश्वर स्वामी मंदिर गुजरात में हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण स्थल के रूप में स्वीकार किया जाता है, जो धार्मिक और आध्यात्मिक उन्नति का केंद्र बनता है।


श्रीसोमेश्वर स्वामी मंदिर की कथा


श्रीसोमेश्वर स्वामी मंदिर, गुजरात के पीछे एक प्रसिद्ध कथा जुड़ी हुई है। यह कथा मंदिर के संबंध में गहराई से जुड़ी है।

कथा के अनुसार, सोमेश्वर मंदिर के निकट एक समय की बात है, रावण नामक राक्षस राजा अत्यंत बलशाली था, और उसने अपनी शक्ति का गर्व किया। उसने अनेक तपस्वियों और ऋषियों का उपेक्षा किया और अपनी अद्भुत शक्ति का प्रदर्शन करते रहते थे। एक दिन उसने अपनी अद्वितीय शक्ति का प्रदर्शन करने के लिए भगवान शिव को प्रकट करने का प्रयास किया।

रावण ने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए अनेक विधानों का पालन किया, लेकिन उनकी कोई सूरत नहीं दिखाई दी। तब उसने अपने हाथों में एक बड़ा शिवलिंग उठाया और उसे स्थान पर स्थापित करने का निश्चय किया। लेकिन जब उसने शिवलिंग को स्थान पर रखा, तो वह वहाँ स्थानित हो गया, और रावण ने उसे उठाने के लिए अपने सारे शक्ति का प्रयास किया, लेकिन शिवलिंग जगह से हिली नहीं।

इसके बाद भगवान शिव ने अपनी अद्वितीय शक्ति का प्रदर्शन किया और रावण के द्वारा उठाए गए शिवलिंग को स्थान से हटा दिया। इसके बाद भगवान शिव ने सोमेश्वर के रूप में प्रकट होकर अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया और उस जगह को अपना आध्यात्मिक स्थान बनाया।
इस प्रकार, श्रीसोमेश्वर स्वामी मंदिर के पीछे एक महत्वपूर्ण कथा है जो इसके महत्व को और भी गहरा बनाती है।


श्रीसोमेश्वर स्वामी मंदिर में पूजा की विधि 


श्रीसोमेश्वर स्वामी मंदिर, गुजरात में पूजा की विधि बहुत ही सरल और परंपरागत है। यहां पर पूजा का मुख्य उद्देश्य भगवान शिव की आराधना और उनके आशीर्वाद प्राप्ति होती है।


पूजा की शुरुआत प्रात: काल में होती है, जब पुजारी धूप, दीपक, और नैवेद्य लेकर मंदिर में जाते हैं। वहां उन्हें भगवान शिव की मूर्ति के समक्ष ध्यान और प्रार्थना करते हैं।


पूजा के दौरान पुजारी भगवान शिव को जल, धूप, चंदन, बिल्वपत्र, फूल, और नैवेद्य अर्पित करते हैं। ध्यान, मंत्रों का उच्चारण करके और भजन गाने के साथ वे भगवान शिव की पूजा करते हैं और उनसे आशीर्वाद मांगते हैं।


पूजा के बाद प्रसाद बांटा जाता है, जिसे भक्त ग्रहण करते हैं। फिर वे धन्यवाद के साथ मंदिर से बाहर निकलते हैं।


इस प्रकार, श्रीसोमेश्वर स्वामी मंदिर में पूजा की विधि सादगीपूर्ण और भक्तिपूर्ण है, जिसमें भक्त श्रद्धा और भावनाओं के साथ भगवान शिव की आराधना करते हैं।


श्रीसोमेश्वर स्वामी मंदिर(सोमनाथ मंदिर), गुजरात पहुँचने के लिए परिवहन सुविधाएं


श्रीसोमेश्वर स्वामी मंदिर, गुजरात तक पहुँचने के लिए कई परिवहन सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहाँ कुछ मुख्य सुविधाएं हैं:


हवाई मार्ग: निकटतम हवाई अड्डा सोमनाथ हवाई अड्डा है, जो देश भर से संपर्क स्थापित करता है। यहाँ से मंदिर तक पहुँचने के लिए आप टैक्सी या बस का उपयोग कर सकते हैं।

रेल मार्ग: गुजरात में सोमनाथ रेलवे स्टेशन उत्तर भारतीय रेलवे लाइनों पर स्थित है। यहाँ से मंदिर तक पहुँचने के लिए आप बस या ऑटोरिक्शा का इस्तेमाल कर सकते हैं।

सड़क मार्ग: राजमार्गों और प्रादेशिक मार्गों का उपयोग करके भारत के विभिन्न हिस्सों से आप सोमनाथ तक खुद की गाड़ी, बस, या टैक्सी से पहुँच सकते हैं।

बस सेवा: गुजरात राज्य परिवहन निगम द्वारा नियमित और अनियमित बस सेवा की सुविधा प्रदान की जाती है, जो आसानी से सोमनाथ तक पहुँचने में मदद कर सकती है।


इन सुविधाओं का उपयोग करके आप अन्य स्थानों से श्रीसोमेश्वर स्वामी मंदिर, गुजरात तक आसानी से पहुँच सकते हैं


श्रीसोमेश्वर स्वामी मंदिर(सोमनाथ मंदिर), गुजरात के आस-पास रुकने के लिए कुछ होटल और गेस्ट हाउस की सूची निम्नलिखित है:


श्रीसोमेश्वर स्वामी मंदिर, गुजरात के आस-पास कुछ अच्छे होटल और गेस्ट हाउस हैं, जो यात्रियों को आरामदायक रहने की सुविधा प्रदान करते हैं। यहाँ कुछ उनमें से कुछ हैं:


होटल सोमनाथ स्थान: यह होटल श्रीसोमेश्वर मंदिर के पास स्थित है और यात्रियों को शांतिपूर्ण और सुविधाजनक रहने की सुविधा प्रदान करता है।

होटल श्री सोमेश्वर: यह होटल भी मंदिर के आस-पास स्थित है और अच्छे आरामदायक कमरे और सुविधाएं प्रदान करता है।

श्रीसोमेश्वर गेस्ट हाउस: यह गेस्ट हाउस भी मंदिर के पास स्थित है और यात्रियों को सुविधाजनक रहने के लिए साफ-सुथरे कमरे प्रदान करता है।

सोमनाथ गेस्ट हाउस:
यह गेस्ट हाउस भी मंदिर के निकट स्थित है और यात्रियों को आरामदायक और सुविधाजनक रहने की सुविधा प्रदान करता है।

होटल सोमनाथ गेटवे: यह होटल भी मंदिर के पास स्थित है और यात्रियों को अच्छे सुविधाजनक कमरे प्रदान करता है।

होटल सोमनाथ पैलेस: यह होटल मंदिर के पास स्थित है और यात्रियों को आरामदायक और सुविधाजनक रहने की सुविधा प्रदान करता है।

श्रीसोमेश्वर धाम गेस्ट हाउस: यह गेस्ट हाउस भी मंदिर के पास स्थित है और यात्रियों को शांतिपूर्ण और सुविधाजनक माहौल में रहने की सुविधा प्रदान करता है।

होटल सोमनाथ रिज़ोर्ट: यह होटल मंदिर के निकट स्थित है और अच्छी सुविधाओं और साफ-सुथरे कमरों के साथ रहने की सुविधा प्रदान करता है।

सोमनाथ बंगला: यह बंगला भी मंदिर के पास स्थित है और यात्रियों को आरामदायक रहने की सुविधा प्रदान करता है।

होटल श्री चिंतामणी रिज़ॉर्ट: यह होटल भी मंदिर के आस-पास स्थित है और यात्रियों को आरामदायक रहने के लिए अच्छे कमरे प्रदान करता है।


इन होटल और गेस्ट हाउस में आपको मंदिर के पास आरामदायक रहने की सुविधा मिलेगी।

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