नवरात्रि के अंतिम दिन पुण्य लाभ अर्जित करने हेतु कन्या पूजन का विशेष महत्व बताया गया है। नौ दिनों तक व्रत रखने वाले सभी भक्त कन्याओं को भोजन कराने के बाद ही अपना व्रत खोलते हैं।
दस महाविद्याओं में भैरवी की उपासना का बड़ा महत्व है। भैरवी की पूजा अर्चना करने से बंधनों से मुक्ति के साथ व्यापार में बढ़ोतरी और धन सम्पदा में लाभ होता है।
देवी अवतार के दस महाविद्याओं का संबंध भगवान विष्णु के दस अवतारों से है। इन्हीं में वैभव और ऐश्वर्य की देवी शताक्षी और शाकम्भरी नाम से प्रसिद्ध भुवनेश्वरी देवी भी है।
देवी आराधना के पावन पर्व नवरात्रि में नौ दिनों तक देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना की जाती है। नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा-उपासना से भक्तों के सभी कष्ट दूर होते हैं।
इस वर्ष शारदीय नवरात्रि तीन अक्टूबर से प्रारंभ हो रही है। मान्यता है कि हर साल मैय्या नवरात्रि में एक विशेष वाहन या आसन पर विराजमान होकर आती है और इनका अपना धार्मिक महत्व है।