Aaj Ka Panchang: आज 24 जुलाई 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह
Aaj Ka Panchang 24 July 2025: आज 24 जुलाई 2025 को श्रावण माह का 15वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, श्रावण माह के कृष्ण पक्ष तिथि अमावस्या है। आज गुरूवार का दिन है। इस दिन सूर्य देव कर्क राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा 10:59 ए एम बजे तक मिथुन राशि में रहेंगे। इसके बाद कर्क राशि में गोचर करेंगे। आपको बता दें, आज गुरूवार के दिन अभिजीत मुहूर्त 12:00 पी एम से 12:55 पी एम बजे तक रहेगा। इस दिन राहुकाल 02:10 पी एम से 03:52 पी एम बजे तक रहेगा। आज का दिन बेहद खास है, क्योंकि आज अमावस्या है, जिसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है, जैसे- हरियाली अमावस्या, आदि अमावसाई और दर्श अमावस्या। साथ ही वार के हिसाब से आप गुरूवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान विष्णु को समर्पित होता है। साथ ही आज का दिन बेहद शुभ है क्योंकि गुरु पुष्य योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग का शुभ संयोग भी बन रहा है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है।
आज का पंचांग 24 जुलाई 2025
- तिथि- अमावस्या
- नक्षत्र- पुनर्वसु
- दिन/वार- गुरूवार
- योग- हर्षण
- करण- चतुष्पाद और नाग
श्रावण कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथि प्रारंभ- 02:28 ए एम, जुलाई 24
श्रावण कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथि समाप्त- 12:40 ए एम, जुलाई 25
सूर्य-चंद्र गोचर
- सूर्य - सूर्य देव कर्क राशि में रहेंगे।
- चंद्र - चंद्रमा 10:59 ए एम बजे तक मिथुन राशि में रहेंगे। इसके बाद कर्क राशि में गोचर करेंगे।
सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त
- सूर्योदय- 05:38 ए एम
- सूर्यास्त- 07:17 पी एम
- चन्द्रोदय- चन्द्रोदय नहीं
- चन्द्रास्त- 07:16 पी एम
आज का शुभ मुहूर्त और योग 24 जुलाई 2025
- अमृत सिद्धि योग - 04:43 पी एम से 05:39 ए एम, जुलाई 25
- गुरु पुष्य योग - 04:43 पी एम से 05:39 ए एम, जुलाई 25
- सर्वार्थ सिद्धि योग - पूरे दिन
- ब्रह्म मुहूर्त - 04:15 ए एम से 04:57 ए एम
- अभिजीत मुहूर्त - 12:00 पी एम से 12:55 पी एम
- विजय मुहूर्त - 02:44 पी एम से 03:39 पी एम
- गोधूलि मुहूर्त - 07:17 पी एम से 07:38 पी एम
- संध्या मुहूर्त - 07:17 पी एम से 08:19 पी एम
आज का अशुभ मुहूर्त 24 जुलाई 2025
- राहु काल - 02:10 पी एम से 03:52 पी एम
- गुलिक काल - 09:03 ए एम से 10:45 ए एम
- यमगंड - 05:38 ए एम से 07:20 ए एम
- वर्ज्य - 12:29 ए एम, जुलाई 25 से 02:02 ए एम, जुलाई 25
- आडल योग - 05:38 ए एम से 04:43 पी एम
- दिशाशूल - दक्षिण, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
24 जुलाई 2025 पर्व/त्योहार/व्रत
- गुरूवार का व्रत- आज आप गुरूवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान विष्णु को समर्पित है।
- हरियाली अमावस्या- उत्तर भारत में, श्रावण माह की अमावस्या तिथि को हरियाली अमावस्या के रूप में मनाया जाता है, जो अत्यन्त शुभ मानी जाती है। यह हरियाली तीज से तीन दिन पूर्व आती है और मथुरा एवं वृन्दावन के मन्दिरों में विशेष दर्शन का आयोजन किया जाता है। भगवान कृष्ण के दर्शन के लिए हजारों की संख्या में कृष्ण भक्त मथुरा और वृन्दावन के मन्दिरों में जाते हैं। वृन्दावन के बांकेबिहारी मन्दिर में बनाया जाने वाला फूल बंगला विश्व प्रसिद्ध है। इसके अलावा, शिव मन्दिरों में भी विशेष शिव दर्शन की व्यवस्था की जाती है। दक्षिण भारत के कुछ राज्यों में, जैसे आन्ध्र प्रदेश, गोवा, महाराष्ट्र, कर्णाटक, गुजरात और तमिलनाडु में, यह आषाढ़ अमावस्या के रूप में जानी जाती है, क्योंकि इन राज्यों में अमान्त चन्द्र कैलेण्डर का पालन किया जाता है। गुजरात में इसे हरियाली अमावस और हरियाली अमास भी कहा जाता है।
- दर्श अमावस्या- हिन्दु कैलेंडर में अमावस्या एक महत्वपूर्ण दिन है, जो नये चन्द्रमा के दिन को दर्शाता है। इस दिन कई धार्मिक कृत्य किये जाते हैं, जैसे कि सोमवती अमावस्या जब अमावस्या सोमवार के दिन पड़ती है और शनि अमावस्या जब अमावस्या शनिवार के दिन पड़ती है। अमावस्या के दिन पूर्वजों की आत्मा की तृप्ति के लिए श्राद्ध की रस्में की जाती हैं और कालसर्प दोष निवारण की पूजा भी की जाती है। अमावस्या को अमावस या अमावसी के नाम से भी जाना जाता है। यह अमावस्या वैशाख माह में पड़ रही है, इसलिए इसे वैशाख अमावस्या भी कहा जाता है।
- श्रावण अमावस्या- हिन्दु कैलेण्डर में अमावस्या एक महत्वपूर्ण दिन है, जो नये चन्द्रमा के दिन को दर्शाता है। इस दिन कई धार्मिक कृत्य किए जाते हैं, जैसे कि पूर्वजों की आत्मा की तृप्ति के लिए श्राद्ध की रस्में। अमावस्या के दिन को विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है जब यह सोमवार या शनिवार के दिन पड़ती है, जिसे क्रमशः सोमवती अमावस्या और शनि अमावस्या कहा जाता है। इसके अलावा, अमावस्या का दिन कालसर्प दोष निवारण की पूजा करने के लिए भी उपयुक्त होता है। अमावस्या को अमावस या अमावसी के नाम से भी जाना जाता है और यह धार्मिक अनुष्ठानों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है।
24 जुलाई 2025/आज के उपाय
- गुरूवार के उपाय - गुरुवार के दिन भगवान बृहस्पति और विष्णु की पूजा करने से जीवन में ज्ञान, सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान बृहस्पति को हल्दी, पीले वस्त्र और केला अर्पित करना शुभ माना जाता है। गुरुवार के उपायों में बृहस्पति मंत्रों का जाप करना, विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना और भगवान बृहस्पति की आराधना करना शामिल है। इन उपायों को करने से बृहस्पति ग्रह की स्थिति में सुधार होता है और जीवन में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं। गुरुवार के दिन विशेष रूप से पीले वस्त्र, केला और बेसन का दान करना लाभदायक होता है।
- हरियाली अमावस्या के उपाय - हरियाली अमावस्या के दिन पेड़-पौधों की पूजा करने और वृक्षारोपण करने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है। इस दिन पीपल, बरगद और तुलसी के पौधे की पूजा करना शुभ माना जाता है। हरियाली अमावस्या के उपायों में पितरों का तर्पण करना, गरीबों को दान करना और वृक्षारोपण करना शामिल है। इन उपायों को करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और जीवन में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं। हरियाली अमावस्या के दिन विशेष रूप से हरे वस्त्र, हरी सब्जियों और फल का दान करना लाभदायक होता है।