Aaj Ka Panchang: आज 21 जुलाई 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह
Aaj Ka Panchang 21 July 2025: आज 21 जुलाई 2025 को श्रावण माह का 11वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, श्रावण माह के कृष्ण पक्ष तिथि एकादशी है। आज श्रावण मास का दूसरा सोमवार है, जो बेहद खास माना जाता है। इस दिन सूर्य देव कर्क राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा वृषभ राशि में रहेंगे। आपको बता दें, आज सोमवार के दिन अभिजीत मुहूर्त 12:00 पी एम से 12:55 पी एम बजे तक है। इस दिन राहुकाल 07:19 ए एम से 09:02 ए एम बजे तक रहेगा। आज का दिन बेहद खास है, क्योंकि आज कामिका एकादशी है। साथ ही वार के हिसाब से आप सोमवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान शिव को समर्पित होता है। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग का संयोग बन रहा है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है।
आज का पंचांग 21 जुलाई 2025
- तिथि- एकादशी (कामिका एकादशी)
- नक्षत्र- रोहिणी
- दिन/वार- सोमवार
- योग- वृद्धि
- करण- बालव और कौलव
श्रावण कृष्ण पक्ष एकादशी तिथि प्रारंभ- 12:12 पी एम, जुलाई 20
श्रावण कृष्ण पक्ष एकादशी तिथि समाप्त- 09:38 ए एम, जुलाई 21
सूर्य-चंद्र गोचर
- सूर्य - सूर्य देव कर्क राशि में रहेंगे।
- चंद्र - चंद्रमा वृषभ राशि में रहेंगे।
सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त
- सूर्योदय- 05:36 ए एम
- सूर्यास्त- 07:18 पी एम
- चन्द्रोदय- 02:32 ए एम, जुलाई 22
- चन्द्रास्त- 04:21 पी एम
आज का शुभ मुहूर्त और योग 21 जुलाई 2025
- अमृत सिद्धि योग - 09:07 पी एम से 05:37 ए एम, जुलाई 22
- सर्वार्थ सिद्धि योग - पूरे दिन
- ब्रह्म मुहूर्त - 04:14 ए एम से 04:55 ए एम
- अभिजीत मुहूर्त - 12:00 पी एम से 12:55 पी एम
- विजय मुहूर्त - 02:44 पी एम से 03:39 पी एम
- गोधूलि मुहूर्त - 07:17 पी एम से 07:38 पी एम
- संध्या मुहूर्त - 07:18 पी एम से 08:20 पी एम
आज का अशुभ मुहूर्त 21 जुलाई 2025
- राहु काल - 07:19 ए एम से 09:02 ए एम
- गुलिक काल -02:10 पी एम से 03:53 पी एम
- यमगंड - 10:45 ए एम से 12:27 पी एम
- वर्ज्य - 01:42 पी एम से 03:11 पी एम
- दिशाशूल - पूर्व, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
21 जुलाई 2025 पर्व/त्योहार/व्रत
- सोमवार का व्रत- आज आप सोमवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान शिव को समर्पित है।
- द्वितीय श्रावण सोमवार व्रत- श्रावण मास भगवान शिव को समर्पित एक पवित्र महीना है, जिसमें श्रद्धालु व्रत और उपासना के माध्यम से उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। इस महीने में श्रावण सोमवार और मंगला गौरी जैसे विशेष व्रत रखे जाते हैं। श्रावण सोमवार का व्रत भगवान शिव के प्रति श्रद्धा प्रकट करने के लिए किया जाता है, जबकि मंगला गौरी व्रत विवाहित महिलाएं देवी पार्वती की पूजा के रूप में करती हैं, ताकि उन्हें सुखी और सौभाग्यशाली वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद प्राप्त हो।
- रोहिणी व्रत- रोहिणी व्रत जैन समुदाय का एक महत्वपूर्ण दिन है, जो मुख्य रूप से महिलाओं द्वारा अपने पति की दीर्घायु के लिए किया जाता है। यह व्रत रोहिणी नक्षत्र के दिन किया जाता है, जब सूर्योदय के बाद यह नक्षत्र पड़ता है। रोहिणी व्रत का पालन करने से सभी प्रकार के दुखों और दरिद्रता से मुक्ति मिलती है। व्रत का पारण रोहिणी नक्षत्र के समाप्त होने पर मार्गशीर्ष नक्षत्र में किया जाता है। प्रत्येक वर्ष में बारह रोहिणी व्रत होते हैं और इसे आमतौर पर तीन, पांच या सात वर्षों तक लगातार किया जाता है। रोहिणी व्रत की उचित अवधि पांच वर्ष और पांच महीने है, और इसका समापन उद्यापन के द्वारा किया जाता है।
- कामिका एकादशी- हर साल सावन माह के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि के अगले दिन कामिका एकादशी मनाई जाती है। इसके दो दिन बाद सावन शिवरात्रि मनाई जाती है। कामिका एकादशी के शुभ अवसर पर भगवान विष्णु और धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। साथ ही एकादशी का व्रत रखा जाता है। इस व्रत को करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है।
21 जुलाई 2025/आज के उपाय
- सोमवार के उपाय - सोमवार के दिन भगवान शिव और चंद्रमा की पूजा करने से जीवन में शांति, सुख और मानसिक स्थिरता की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान शिव को जल, बेलपत्र और धतूरा अर्पित करना शुभ माना जाता है। सोमवार के उपायों में शिव मंत्रों का जाप करना, रुद्राष्टक का पाठ करना और भगवान शिव की आराधना करना शामिल है। इन उपायों को करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में आने वाली समस्याएं दूर होती हैं। सोमवार के दिन विशेष रूप से चावल, दूध और सफेद वस्तुओं का दान करना लाभदायक होता है।
- कामिका एकादशी के उपाय - कामिका एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से जीवन में सुख, शांति और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान विष्णु को तुलसी पत्र, पीले वस्त्र और फल अर्पित करना शुभ माना जाता है। कामिका एकादशी के उपायों में विष्णु मंत्रों का जाप करना, विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना और भगवान विष्णु की आराधना करना शामिल है। इन उपायों को करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में आने वाली समस्याएं दूर होती हैं। कामिका एकादशी के दिन विशेष रूप से तुलसी की पूजा करना, पीले वस्त्र और फल का दान करना लाभदायक होता है।
विसर्जन को चली रे,
चली रे मोरी मैया,
वो लाल लंगोटे वाला,
माता अंजनी का लाला,
वृन्दावन धाम अपार,
जपे जा राधे राधे,
मासिक दुर्गा अष्टमी का व्रत हर माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है। इस दिन मां भगवती की विधि-विधान से पूजा की जाती है।