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12 June 2025 Panchang (12 जून 2025 का पंचांग)

12 June 2025 Panchang (12 जून 2025 का पंचांग)

Aaj Ka Panchang: आज 12 जून 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह

Aaj Ka Panchang 12 June 2025: आज 12 जून 2025 को आषाढ़ माह का पहला दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष तिथि प्रतिपदा है। आज गुरूवार का दिन है। सूर्य देव वृषभ राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा धनु राशि में रहेंगे। आपको बता दें, आज गुरूवार के दिन अभिजीत मुहूर्त 11:53 ए एम से 12:49 पी एम तक रहेगा। इस दिन राहुकाल 02:06 पी एम से 03:50 पी एम तक रहेगा। आज वार के हिसाब से आप गुरूवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान विष्णु को समर्पित होता है। आज आषाढ़ का आरंभ हो रहा है साथ ही इष्टि भी है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है। 

आज का पंचांग 12 जून 2025

  • तिथि- प्रतिपदा 
  • नक्षत्र - म़ृगशिरा
  • दिन/वार- गुरूवार 
  • योग- शुभ ( 02:05 पीएम तक), शुक्ल
  • करण- कौलव, तैतिल और गर 

आषाढ़ कृष्ण प्रतिपदा तिथि प्रारंभ - 01:13 पी एम से, 11 जून 

आषाढ़ कृष्ण प्रतिपदा तिथि समाप्त- 02:27 पी एम तक

सूर्य-चंद्र गोचर

  • सूर्य - धनु
  • चंद्र - वृषभ

सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त

  • सूर्योदय- 05:23 ए एम
  • सूर्यास्त- 07:19 पी एम 
  • चन्द्रोदय- 08:35 पी एम
  • चन्द्रास्त- 05:46 ए एम

आज का शुभ मुहूर्त और योग 12 जून 2025

  • ब्रह्म मुहूर्त - 04:02 ए एम से 04:42 ए एम
  • अभिजीत मुहूर्त - 11:53 ए एम से 12:49 पी एम
  • अमृत काल - 03:04 पी एम से 04:48 पी एम
  • विजय मुहूर्त - 02:41 पी एम से 03:36 पी एम
  • गोधूलि मुहूर्त - 07:18 पी एम से 07:38 पी एम
  • संध्या मुहूर्त - 07:19 पी एम से 08:20 पी एम

आज का अशुभ मुहूर्त 12 जून 2025

  • राहु काल - 02:06 पी एम से 03:50 पी एम
  • गुलिक काल - 08:51 ए एम से 10:36 ए एम
  • यमगंड - 05:23 ए एम से 07:07 ए एम
  • दिशाशूल - दक्षिण, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
  • वर्ज्य - 08:14 पी एम से 09:57 पी एम
  • विडाल योग - नहीं है 
  • गण्ड मूल - 05:23 ए एम से 09:57 पी एम

12 जून 2025 पर्व/त्योहार/व्रत

  • गुरूवार का व्रत - आज आप गुरूवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान विष्णु को समर्पित है। 
  • गुरूवार के उपाय - गुरूवार के दिन कुछ विशेष उपाय करने से जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है। इस दिन भगवान विष्णु और भगवान बृहस्पति की पूजा करना शुभ माना जाता है। गुरूवार के दिन पीले वस्त्र धारण करने, पीले फल और पीले फूलों का दान करने से भी लाभ होता है। इसके अलावा इस दिन विद्या और ज्ञान की पूजा करने से भी ज्ञान में वृद्धि होती है। गुरूवार के दिन किसी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति को अन्न और धन का दान करने से भी पुण्य प्राप्त होता है।

आषाढ़ माह का महत्व

आषाढ़ मास हिन्दू पंचांग का चौथा महीना होता है, जो वर्षा ऋतु की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। इस माह से चातुर्मास आरंभ होता है, जिसमें भगवान विष्णु योगनिद्रा में चले जाते हैं। यह समय साधना, व्रत, उपवास और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। आषाढ़ शुक्ल एकादशी को देवशयनी एकादशी मनाई जाती है, जो धर्म और संयम का प्रतीक है। इस माह में गुप्त दान, मंत्र जप, और तीर्थ स्नान का विशेष महत्व है।

आषाढ़ माह के उपाय

इस माह में धार्मिक नियमों का पालन करना अत्यंत लाभकारी होता है। प्रतिदिन सूर्य को अर्घ्य दें, पीपल के वृक्ष की पूजा करें और शनिवार को शनिदेव को तेल अर्पित करें। इस महीने में चावल, तिल, वस्त्र, छाता और शीतल जल का दान करना पुण्यकारी होता है। आषाढ़ माह में एक समय भोजन, ब्रह्मचर्य और संयम का पालन करने से मन, शरीर और आत्मा को शुद्धि मिलती है। श्रीहरि विष्णु की उपासना और "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय" मंत्र का जप विशेष फलदायी होता है।

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