Aaj Ka Panchang: आज 6 जून 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह
Aaj Ka Panchang 6 June 2025: आज 6 जून 2025 को ज्येष्ठ माह का 26वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष तिथि एकादशी है, इसे निर्जला एकादशी के रूप में मनाया जाता है। आज शुक्रवार का दिन है। इस तिथि पर व्यतिपात योग रहेगा। सूर्य देव वृषभ राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा रात्रि 8 बजकर 6 मिनट तक कन्या राशि में रहेंगे और इसके बाद तुला राशि में गोचर करेंगे। आपको बता दें, आज शुक्रवार के दिन अभिजीत मुहूर्त 11:52 ए एम से 12:48 पी एम तक रहेगा। इस दिन राहुकाल 10:36 ए एम से 12:20 पी एम तक रहेगा। आज वार के हिसाब से आप शुक्रवार का व्रत रख सकते हैं, जो माता लक्ष्मी को समर्पित होता है। आज निर्जला एकादशी है। साथ ही गायत्री जयंती भी है। इस दिन रवि योग बन रहा है, लेकिन कुछ समय के लिए भद्रा का साया भी रहेगा। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है।
आज का पंचांग 6 जून 2025
- तिथि- एकादशी
- नक्षत्र - हस्त
- दिन/वार- शुक्रवार
- योग- व्यतिपात (10:13 ए एम तक), वरीयान्
- करण- वणिज
ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष एकादशी तिथि प्रारंभ - 02:15 ए एम, जून 06
ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष एकादशी तिथि समाप्त- 04:47 ए एम, जून 07
सूर्य-चंद्र गोचर
- सूर्य - सूर्य देव वृषभ राशि में रहेंगे।
- चंद्र - चंद्रमा रात्रि 8 बजकर 6 मिनट तक कन्या राशि में रहेंगे और इसके बाद तुला राशि में गोचर करेंगे।
सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त
- सूर्योदय- 05:23 ए एम
- सूर्यास्त- 07:17 पी एम
- चन्द्रोदय- 03:01 पी एम
- चन्द्रास्त- 02:27 ए एम, जून 07
आज का शुभ मुहूर्त और योग 6 जून 2025
- रवि योग - 05:23 ए एम से 06:34 ए एम
- ब्रह्म मुहूर्त - 04:02 ए एम से 04:42 ए एम
- अभिजीत मुहूर्त - 11:52 ए एम से 12:48 पी एम
- अमृत काल - 02:26 ए एम, जून 07 से 04:14 ए एम, जून 07
- विजय मुहूर्त - 02:39 पी एम से 03:35 पी एम
- गोधूलि मुहूर्त - 07:16 पी एम से 07:36 पी एम
- संध्या मुहूर्त - 07:17 पी एम से 08:18 पी एम
आज का अशुभ मुहूर्त 6 जून 2025
- राहु काल - 10:36 ए एम से 12:20 पी एम
- गुलिक काल - 07:07 ए एम से 08:51 ए एम
- यमगंड - 03:48 पी एम से 05:33 पी एम
- दिशाशूल - पश्चिम, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
- वर्ज्य - 03:36 पी एम से 05:24 पी एम
- विडाल योग - 05:23 ए एम से 06:34 ए एम
- भद्रा - 03:31 पी एम से 04:47 ए एम, जून 07
6 जून 2025 पर्व/त्योहार/व्रत
- शुक्रवार का व्रत - आज आप शुक्रवार का व्रत रख सकते हैं, जो माता लक्ष्मी को समर्पित है।
- निर्जला एकादशी - निर्जला एकादशी का व्रत ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाता है, जिसमें निर्जल रहकर व्रत करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है। साथ ही मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा और मंत्रों का जाप किया जाता है। जिससे पुण्य की प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। यह व्रत भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, जिसमें वे भगवान विष्णु के प्रति अपनी भक्ति और श्रद्धा का प्रदर्शन करते हैं।
- गायत्री जयंती - गायत्री जयंती वेद की देवी गायत्री की जयंती के रूप में मनाई जाती है, जिन्हें वेद माता भी कहा जाता है। देवी गायत्री ब्रह्म के गुणों की अभिव्यक्ति हैं और हिन्दु त्रिमूर्ति की देवी के रूप में पूजी जाती हैं। गायत्री जयंती ज्येष्ठ चन्द्र माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी या श्रावण पूर्णिमा को मनाई जाती है, जिसमें भक्तगण गायत्री माता की पूजा-अर्चना और गायत्री मंत्र का जाप करते हैं। यह पर्व देवी गायत्री की भक्ति और श्रद्धा का प्रतीक है।
आज का उपाय 6 जून 2025
6 जून को व्यतिपात योग बन रहा है। व्यतीपात की सम्पूर्ण अवधि को सभी अच्छे कार्यों के लिये अशुभ माना जाता है। इसीलिये यह अच्छे मुहूर्त में वर्जित है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से आपको अपने जीवन में सफलता, समृद्धि और सुख की प्राप्ति हो सकती है। आज के दिन दान-पुण्य करने से आपको पुण्य मिलेगा और आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे।
- शुक्रवार के उपाय - शुक्रवार का दिन देवी लक्ष्मी और शुक्र ग्रह को समर्पित है। इस दिन कुछ उपाय करके आप अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि ला सकते हैं। शुक्रवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और सफेद या हल्के रंग के वस्त्र पहनें। इसके बाद देवी लक्ष्मी की पूजा करें। उन्हें कमल के फूल, सफेद चंदन और मिठाई अर्पित करें। शुक्रवार के दिन गरीबों को सफेद वस्त्र और दूध दान करना भी लाभदायक होता है। इसके अलावा शुक्र ग्रह की शांति के लिए शुक्रवार के दिन व्रत रखें और शुक्र ग्रह के मंत्र "ऊं शुक्राय नमः" का जाप करें। इन उपायों को करने से आपको जीवन में सुख-समृद्धि और आर्थिक लाभ प्राप्त हो सकता है।
- निर्जला एकादशी के उपाय - निर्जला एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है। इस दिन व्रत रखने वाले भक्तों को निर्जल रहना चाहिए और भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए। इसके अलावा इस दिन भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करना, विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना और दान-पुण्य करना भी लाभकारी होता है। इन उपायों से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
- गायत्री जयंती के उपाय - गायत्री जयंती के दिन गायत्री माता की पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है। इस दिन गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए। साथ ही इस दिन गायत्री स्तोत्र का पाठ करना, गायत्री माता को पुष्प, धूप और दीप अर्पित करना लाभकारी होता है। इसके अलावा इस दिन दान-पुण्य करना, ब्राह्मणों को भोजन कराना और गायत्री माता की आरती करना भी शुभ माना जाता है। इन उपायों से गायत्री माता की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में ज्ञान, बुद्धि और समृद्धि आती है।
6 जून 2025 आज के पंचांग का महत्व
आज हस्त नक्षत्र है। हस्त को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये श्रेष्ठ माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है। साथ ही ज्येष्ठ मास चल रहा है। इस माह में सूर्य देव और वरुण देव की आराधना करने से विशेष शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इस माह में जल के दान का महत्व बहुत बड़ा माना जाता है, इसलिए प्यासे लोगों और जानवरों को पानी पिलाना चाहिए। वार के हिसाब से आज आप माता लक्ष्मी की विधिवत पूजन करे। इसके अलावा आज निर्जला एकादशी है। साथ ही गायत्री जयंती भी है। इस दिन रवि योग बन रहा है, लेकिन कुछ समय के लिए भद्रा का साया भी रहेगा।
स्वस्थ रहने के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से सक्रिय रहना अत्यंत महत्वपूर्ण है। जब आपकी मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में संतुलन नहीं होता है, तो इसका नकारात्मक प्रभाव आपकी मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ सकता है।
अप्रैल माह की शुरुआत हो चुकी है और सभी लोग अपने करियर और जीवन में आगे बढ़ने के लिए नए अवसरों की तलाश में हैं। यदि आप अपने करियर में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो यह समय आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हो सकता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अप्रैल माह में कुछ विशेष राशियों के जातकों को कई शुभ परिणामों का अनुभव करने का अवसर मिल सकता है।
अप्रैल का महीना कई राशियों के लिए व्यावसायिक जीवन में नए अवसरों और सफलताओं का संचार करेगा। यदि आप अपने व्यवसाय में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो यह महीना आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हो सकता है।