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7 June 2025 Panchang (7 जून 2025 का पंचांग)

7 June 2025 Panchang (7 जून 2025 का पंचांग)

Aaj Ka Panchang: आज 7 जून 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह

Aaj Ka Panchang 7 June 2025: आज 7 जून 2025 को ज्येष्ठ माह का 27वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष तिथि द्वादशी है। इसे रामलक्ष्मण द्वादशी भी कहा जाता है। आज शनिवार का दिन है। इस तिथि पर वरीयान् योग रहेगा। सूर्य देव वृषभ राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा तुला राशि में रहेंगे। आपको बता दें, आज शनिवार के दिन अभिजीत मुहूर्त 11:52 ए एम से 12:48 पी एम तक रहेगा। इस दिन राहुकाल 08:51 ए एम से 10:36 ए एम तक रहेगा। आज वार के हिसाब से आप शनिवार का व्रत रख सकते हैं, जो न्याय के देवता शनि देव को समर्पित होता है। आज निर्जला एकादशी का पारण किया जाएगा। साथ ही आज वैष्णव निर्जला एकादशी भी है। इस दिन द्विपुष्कर योग और सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है। 

आज का पंचांग 7 जून 2025

  • तिथि - द्वादशी
  • नक्षत्र - चित्रा
  • दिन/वार - शनिवार
  • योग - वरीयान् (11:18 ए एम तक), परिघ
  • करण - बव और बालव 
  • ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष द्वादशी तिथि प्रारंभ - 04:47 ए एम, जून 07
  • ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष द्वादशी तिथि समाप्त- 07:17 ए एम, जून 08

सूर्य-चंद्र गोचर

  • सूर्य - सूर्य देव वृषभ राशि में रहेंगे।
  • चंद्र - चंद्रमा तुला राशि में रहेंगे।

सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त

  • सूर्योदय- 05:23 ए एम
  • सूर्यास्त- 07:17 पी एम 
  • चन्द्रोदय- 03:55 पी एम
  • चन्द्रास्त- 02:57 ए एम, जून 08  

आज का शुभ मुहूर्त और योग 7 जून 2025

  • द्विपुष्कर योग - 05:23 ए एम से 09:40 ए एम
  • सर्वार्थ सिद्धि योग - 09:40 ए एम से 05:23 ए एम, जून 08
  • ब्रह्म मुहूर्त - 04:02 ए एम से 04:42 ए एम
  • अभिजीत मुहूर्त - 11:52 ए एम से 12:48 पी एम
  • अमृत काल- 02:47 ए एम, जून 08 से 04:35 ए एम, जून 08
  • विजय मुहूर्त - 02:39 पी एम से 03:35 पी एम
  • गोधूलि मुहूर्त - 07:16 पी एम से 07:36 पी एम
  • संध्या मुहूर्त - 07:17 पी एम से 08:18 पी एम

आज का अशुभ मुहूर्त 7 जून 2025

  • राहु काल - 08:51 ए एम से 10:36 ए एम
  • गुलिक काल - 05:23 ए एम से 07:07 ए एम
  • यमगंड - 02:04 पी एम से 03:49 पी एम
  • दिशाशूल - पूर्व, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
  • वर्ज्य - 03:58 पी एम से 05:46 पी एम
  • विडाल योग - नहीं है। 
  • भद्रा - नहीं है।

7 जून 2025 पर्व/त्योहार/व्रत

  • शनिवार का व्रत - आज आप शनिवार का व्रत रख सकते हैं, जो न्याय के देवता शनि देव को समर्पित है। 
  • निर्जला एकादशी पारण- एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि के भीतर करना आवश्यक है और यह सूर्योदय के बाद किया जाता है। पारण हरि वासर के दौरान नहीं करना चाहिए, जो द्वादशी तिथि की पहली एक चौथाई अवधि है। व्रत तोड़ने का सबसे उपयुक्त समय प्रातःकाल होता है, लेकिन मध्याह्न के दौरान पारण से बचना चाहिए। यदि एकादशी व्रत दो दिनों के लिए होता है, तो स्मार्त-परिवारजनों को पहले दिन व्रत करना चाहिए। जबकि सन्यासियों, विधवाओं और मोक्ष प्राप्ति के इच्छुक श्रद्धालुओं को दूसरे दिन व्रत करना चाहिए। भगवान विष्णु के परम भक्तों को दोनों दिन व्रत करने की सलाह दी जाती है।
  • वैष्णव निर्जला एकादशी व्रत - निर्जला एकादशी साल की सभी एकादशियों में सबसे महत्वपूर्ण है, जिसमें बिना पानी के व्रत किया जाता है। यह व्रत सबसे कठिन होता है क्योंकि इसमें भोजन और पानी दोनों का त्याग करना पड़ता है। इस व्रत का महत्व इतना है कि जो लोग साल की सभी एकादशियों का व्रत नहीं कर सकते, वे केवल निर्जला एकादशी का व्रत करके सभी एकादशियों का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। इस व्रत को पाण्डव एकादशी और भीमसेनी एकादशी भी कहा जाता है, जो पौराणिक कथा के अनुसार पाण्डवों के दूसरे भाई भीमसेन के लिए महर्षि व्यास ने साल में एक बार इस व्रत को करने की सलाह दी थी। वैष्णव संप्रदाय के लोग आज के दिन निर्जला एकादशी का व्रत करेंगे।

आज का उपाय 7 जून 2025

7 जून को वरीयान् योग बन रहा है। वरीयान् को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये श्रेष्ठ माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है।

इसीलिये यह अच्छे मुहूर्त में वर्जित है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से आपको अपने जीवन में सफलता, समृद्धि और सुख की प्राप्ति हो सकती है। आज के दिन दान-पुण्य करने से आपको पुण्य मिलेगा और आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे। 

  • शनिवार के उपाय - शनिवार के दिन कुछ विशेष उपाय करने से जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है। इस दिन भगवान शनि की पूजा करना शुभ माना जाता है। शनिवार के दिन काले वस्त्र धारण करने, काले तिल, काले चने और काली उड़द का दान करने से भी लाभ होता है। इसके अलावा इस दिन शनि मंदिर में जाकर भगवान शनि की पूजा करने से शनि की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में आने वाली समस्याएं दूर होती हैं।
  • निर्जला एकादशी के उपाय - निर्जला एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है। इस दिन व्रत रखने वाले भक्तों को निर्जल रहना चाहिए और भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए। इसके अलावा इस दिन भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करना, विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना और दान-पुण्य करना भी लाभकारी होता है। इन उपायों से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

7 जून 2025 आज के पंचांग का महत्व

आज चित्रा नक्षत्र है। चित्रा को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये श्रेष्ठ माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है। साथ ही ज्येष्ठ मास चल रहा है। इस माह में सूर्य देव और वरुण देव की आराधना करने से विशेष शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इस माह में जल के दान का महत्व बहुत बड़ा माना जाता है, इसलिए प्यासे लोगों और जानवरों को पानी पिलाना चाहिए। वार के हिसाब से आज आप शनि देव की विधिवत पूजन करे। इसके अलावा आज निर्जला एकादशी का पारण किया जाएगा। साथ ही आज वैष्णव निर्जला एकादशी भी है। इस दिन द्विपुष्कर योग और सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग है

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श्री शाकम्भरी चालीसा (Shri Shakambhari Chalisa)

बन्दउ माँ शाकम्भरी, चरणगुरू का धरकर ध्यान ।
शाकम्भरी माँ चालीसा का, करे प्रख्यान ॥

श्री शारदा देवी चालीसा (Shri Sharda Devi Chalisa)

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माला, पुस्तक, धारिणी, वीणा कर में साज ॥

श्री नर्मदा चालीसा (Shri Narmada Chalisa)

देवि पूजित, नर्मदा, महिमा बड़ी अपार।
चालीसा वर्णन करत, कवि अरु भक्त उदार॥

मां अन्नपूर्णा चालीसा (Maa Annapurna Chalisa)

विश्वेश्वर पदपदम की रज निज शीश लगाय ।
अन्नपूर्णे, तव सुयश बरनौं कवि मतिलाय ।

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