Aaj Ka Panchang 19 April 2025: आज 19 अप्रैल 2025 वैशाख माह का सातवां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार वैशाख माह के कृष्ण पक्ष तिथि षष्ठी है। आज शनिवार का दिन है। इस तिथि पर शिव योग रहेगा। वहीं चंद्रमा धनु राशि में रहेंगे। आपको बता दें, आज शनिवार के दिन अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 54 मिनट से दोपहर 12 बजकर 46 मिनट तक रहेगा। इस दिन राहुकाल सुबह 09 बजकर 06 मिनट से सुबह 10 बजकर 43 मिनट तक रहेगा। आज वार के हिसाब से आप शनिवार का व्रत रख सकते हैं, जो न्याय के देवता शनि देव को समर्पित होता है। आज के दिन कोई विशेष त्योहार नहीं है, लेकिन आज रवि योग बन रहा है। साथ ही आज कुछ समय के लिए भद्रा का साया भी रहेगा। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है।
वैशाख कृष्ण पक्ष षष्ठी तिथि प्रारंभ - 18 अप्रैल शाम 05:07 बजे
वैशाख कृष्ण पक्ष षष्ठी तिथि समाप्त - 19 अप्रैल शाम 06:21 बजे
19 अप्रैल को शिव योग बन रहा है। शिव को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये श्रेष्ठ माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से आपको अपने जीवन में सफलता, समृद्धि, और सुख की प्राप्ति हो सकती है। आज के दिन दान-पुण्य करने से आपको पुण्य मिलेगा और आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे।
आज मूल नक्षत्र है। मूल को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये सामान्य माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है। साथ ही वैशाख माह चल रहा है। वैशाख का महीना भगवान विष्णु को समर्पित होता है, इसलिए इस माह श्री हरि की पूजा विधिवत करे। साथ ही आज वार कि हिसाब से आप शनि देव की पूजा कर सकते हैं। आज रवि योग भी बन रहा है और कुछ समय के लिए भद्रा का साया भी रहेगा।
जमीन या संपत्ति खरीदना एक महत्वपूर्ण निर्णय है जिसमें आपका भविष्य और वित्तीय स्थिरता शामिल है। ऐसे में शुभ मुहूर्त का चयन करना और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। यह न केवल आपके निवेश को सफल और लाभदायक बनाता है बल्कि आपके जीवन में स्थिरता और सुख-शांति भी लाता है।
साल 2025 में अपने नन्हे मेहमान के आगमन के साथ आप उनके नामकरण संस्कार की तैयारी में जुट गए होंगे। यह एक ऐसा पल है जो न केवल आपके परिवार के लिए बल्कि आपके बच्चे के भविष्य के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है। नामकरण संस्कार, जिसमें बच्चे को उसका पहला नाम दिया जाता है। यह हिंदू धर्म में 16 प्रमुख संस्कारों में से एक है।
हिंदू धर्म में उपनयन संस्कार एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है। उपनयन शब्द का अर्थ है "अंधकार से प्रकाश की ओर बढ़ना"। इस अनुष्ठान से बालक को धार्मिक और आध्यात्मिक जीवन की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित किया जाता है।
हिंदू धर्म की समृद्ध परंपरा में "सोलह संस्कार" का महत्वपूर्ण स्थान है, जो जीवन के हर महत्वपूर्ण पड़ाव को दिशा देते हैं। इन संस्कारों में से एक है अन्नप्राशन, जब बच्चा पहली बार ठोस आहार का स्वाद लेता है।