भारत में भगवान शिव को आदियोगी, भोलेनाथ, महाकाल, नटराज, विश्वेश्वर आदि अनेक स्वरूपों में पूजा जाता है। शिवभक्ति का प्रभाव देश के कोने-कोने में देखने को मिलता है। उनके अनेक मंदिर हिमालय की गुफाओं से लेकर दक्षिण के भव्य शिखरों तक फैले हैं। यहां हम भारत के 10 प्रमुख शिव मंदिरों की जानकारी साझा कर रहे हैं, जो न केवल धार्मिक आस्था के प्रतीक हैं, बल्कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं:
1. काशी विश्वनाथ मंदिर, वाराणसी (उत्तर प्रदेश)
वाराणसी में गंगा नदी के तट पर स्थित यह मंदिर बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यहां बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालु प्रतिदिन आते हैं। दर्शन का समय सुबह 4:00 से रात 11:00 बजे तक है।
2. महाकालेश्वर मंदिर, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
यह एकमात्र दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग है और यहां भस्म आरती विश्वविख्यात है। सुबह 3:00 बजे से दर्शन शुरू हो जाते हैं।
3. सोमनाथ मंदिर, गिर-सोमनाथ (गुजरात)
अरब सागर के किनारे स्थित यह पहला ज्योतिर्लिंग माना जाता है। इसे कई बार विध्वंस के बाद पुनर्निर्मित किया गया है। दर्शन का समय सुबह 6:00 से रात 9:00 बजे तक है।
4. केदारनाथ मंदिर, उत्तराखंड
हिमालय की गोद में स्थित यह मंदिर केवल गर्मियों में ही खुलता है। यह पंचकेदारों में प्रमुख है। दर्शन का समय प्रातः 6:00 से सायं 4:00 बजे तक होता है।
5. अमरनाथ गुफा मंदिर, जम्मू-कश्मीर
प्राकृतिक हिम शिवलिंग के लिए प्रसिद्ध यह मंदिर केवल वार्षिक यात्रा के दौरान खुलता है। यहाँ की यात्रा जुलाई-अगस्त में होती है।
6. नटराज मंदिर, चिदंबरम (तमिलनाडु)
यह मंदिर भगवान शिव के नटराज रूप को समर्पित है। यहां अंतरिक्ष (आकाश तत्व) को लिंग रूप में पूजा जाता है। दर्शन सुबह 6:00 से दोपहर 12:00 और शाम 5:00 से रात 10:00 तक होते हैं।
7. लिंगराज मंदिर, भुवनेश्वर (ओडिशा)
11वीं शताब्दी का यह भव्य मंदिर शिव और विष्णु दोनों को समर्पित है। इसे हरिहर रूप में पूजा जाता है। यह सुबह 6:00 से रात 9:00 तक खुला रहता है।
8. बैद्यनाथ धाम, देवघर (झारखंड)
यह मंदिर बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है और सावन के महीने में यहाँ विशाल कांवड़ यात्रा होती है। मंदिर सुबह 4:00 से रात 9:00 बजे तक खुला रहता है।
9. रामेश्वरम मंदिर, तमिलनाडु
यह चारधामों में से एक है। इसे राम ने शिव की स्थापना कर पूजा की थी। मंदिर सुबह 5:00 से दोपहर 1:00 और शाम 3:00 से रात 9:00 तक खुला रहता है।
10. त्र्यंबकेश्वर मंदिर, नासिक (महाराष्ट्र)
यहां तीनों देव – ब्रह्मा, विष्णु और महेश – एक ही लिंग में पूजित हैं। गोदावरी नदी के उद्गम स्थान के निकट यह मंदिर सुबह 5:30 से रात 9:00 बजे तक खुला रहता है।
गोवर्धन पूजा एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो भगवान कृष्ण की महिमा और उनके भक्तों के प्रति उनके प्रेम का उत्सव मनाता है। इस त्योहार के दौरान, एक पारंपरिक प्रथा है जिसमें गोबर से गोवर्धन पर्वत की आकृति बनाई जाती है।
होली भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है, जिसे रंगों और उत्साह के साथ मनाया जाता है। होली से एक दिन पहले मनाई जाने वाली छोटी होली को होलिका दहन कहा जाता है।
होली से एक दिन पहले मनाई जाने वाली छोटी होली को होलिका दहन के रूप में जाना जाता है। यह पर्व हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है और भक्त प्रह्लाद तथा होलिका की कथा से जुड़ा हुआ है।
होलिका दहन से पहले 8 दिन होलाष्टक तिथि लगती है जिसमें कोई मांगलिक कार्य नहीं होता है। पुराणिक कथाओं के अनुसार माना जाता है कि यह समय भक्त प्रह्लाद पर किए गए अत्याचारों को दर्शाता है।